सुनक ने प्रधानमंत्री के तौर पर अपने नाम की घोषणा होने के बाद कंजरवेटिव पार्टी के मुख्यालय में भाषण दिया। उन्होंने सबसे पहले पूर्व लिज़ ट्रस को “देश और दुनिया की मुश्किल परिस्थितियों में उनके नेतृत्व” के लिए शुक्रिया करते हुए कहा कि सांसदों के समर्थन से वह सम्मानित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “मैं जिस पार्टी से प्यार करता हूं, उसकी सेवा करना और अपने देश को कुछ वापस दे पाना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है।”
सुनक ने कहा, ब्रिटेन एक महान देश है, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम एक गंभीर आर्थिक चुनौती का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हमें अब स्थिरता और एकता की जरूरत है। मैं अपनी पार्टी तथा देश को एकजुट रखने को सर्वोच्च प्राथमिकता दूंगा, क्योंकि यही एक मात्र रास्ता है, जिसके जरिये हम चुनौतियों से निपट सकते हैं तथा अपने बच्चों और पोते-पोतियों के लिए एक बेहतर और अधिक समृद्ध भविष्य बना सकते हैं। सुनक ने कहा, मैं वादा करता हूं कि मैं सत्यनिष्ठा और विनम्रता के साथ आपकी सेवा करूंगा तथा ब्रिटेन के लोगों की निरंतर सेवा करूंगा।
उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय मूल के ऋषि सुनक उनकी प्रतिद्वन्द्वी पेनी मोर्डौंट के सोमवार को पीछे हटने के बाद पार्टी के नये नेता घोषित किये गये। इस बीच निवर्तमान प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने सुनक को नया नेता चुने जाने पर बधाई दी है।
कंजरवेटिव संसदीय पार्टी 1922 समिति के चेयरमैन सर ग्राहम ब्रैडी ने सुनक के नेता चुने जाने की घोषणा की। सुनक पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री पद की होड़ में निवर्तमान प्रधानमंत्री लिज ट्रस से पिछड़ गए थे। ट्रस को नीतिगत विफलताओं के कारण डेढ़ महीने के अंदर ही पद से इस्तीफा देना पड़ा था। अब सुनक के सामने ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को संभालना सबसे बड़ी चुनौती होगी। ऋषि सुनक ब्रिटेन के पहले अश्वेत प्रधानमंत्री होंगे और प्रधानमंत्री निवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट के पहले हिंदू वाशिंदा होंगे।
सुनक को कंजरवेटिव पार्टी के संसदीय दल के 180 सदस्यों का घोषित समर्थन था जबकि पेनी मोर्डौंट 100 सदस्यों का समर्थन नहीं जुटा सकीं और उन्हें प्रधानमंत्री की दौड़ से बाहर होना पड़ा।
पूर्व विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस समय बोरिस जॉनसन का प्रधानमंत्री बनना सबसे अच्छा रहता। उन्होंने कहा कि अब जबकि सुनक नेता चुन लिये गये हैं तो उनका समर्थन नये प्रधानमंत्री के साथ है। पेनी ने भी अपना नाम वापस लेते समय पार्टी की संसदीय समिति के सदस्यों से कहा कि उनका समर्थन नये प्रधानमंत्री के साथ होगा।
सुनक ने सात सप्ताह पहले प्रधानमंत्री पद की होड़ से बाहर होने के बाद अवसर मिलने पर पुन: उस लक्ष्य को हासिल कर ब्रिटेन के इतिहास में नया अध्याय जोड़ा है।