लखनऊ (मानवी मीडिया) समाजवादी पार्टी के संस्थापक व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं नहीं होगी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सैफई गांव की परंपरा को देखते हुए यह फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि 11वें दिन केवल हवन कार्यक्रम के साथ श्रद्धांजलि सभा का आयोजन होगा। इसके अलावा परिवार के सदस्य हरिद्वार में दिवंगत मुलायम सिंह यादव की अस्थियों का विसर्जन करेंगे। इन सभी के बीच अब लोगों के मन में सवाल उठ रहे होंगे कि आखिर मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं क्यों नहीं होगी? तो आइए जानते हैं कि क्या है उनके गांव सैफई की परंपरा, जिसे अखिलेश को भी मानना पड़ रहा है।
सैफई में इस वजह से तेरहवीं नहीं मनाई जाती
सपा संरक्षक मुलायम सिंह के निधन के बाद उनका पार्थिव शरीर उनके गृह नगर सैफई लाया गया था। जहां पर उनका अंतिम संस्कार किया गया था। बीते बुधवार को अखिलेश यादव समेत परिवार के लोगों ने शुद्धि संस्कार में भाग लिया और पुरूष सदस्यों ने बाल भी मुंडवाए थे। अक्सर परंपराओं के अनुसार किसी के निधन के बाद तेरहवीं व सतरहवीं होती है। इस मौके पर ब्राह्मण भोज, रिश्तेदारों, ग्रामीणों को भोज कराने का चलन है। हालांकि इस परंपरा को सैफई गांव के लोगों ने बहुत पहले ही बंद कर दिया था। सैफई के निवासियों का कहना है कि तेरहवीं भोज से आर्थिक बोझ पड़ता है। एक तरफ जहां पीड़ित परिवार को अपनों से बिछड़ने का दर्द रहता है तो वहीं दूसरी तरफ भोज आयोजन ठीक नहीं लगता है। इसी वजह से सैफई गांव ने बहुत पहले ही तेरहवीं न करने का फैसला लिया था।
मुलायम परिवार भी सैफई परंपरा के हिसाब से चलेगा
वैसे तो मुलायम परिवार के पास किसी तरह की आर्थिक समस्या नहीं है। वह तेरहवीं करने में सक्षम है लेकिन सैफई के लोगों का मानना है कि अगर कोई बड़ा आदमी तेरहवीं करना शुरू कर देता है तो गरीब लोगों को भी करना पड़ेगा। ऐसे में उनके सामने आर्थिक समस्या उत्पन्न हो सकती है। यही वजह है कि सैफई के रहने वाले अमीर लोग भी परंपराओं का निर्वहन करते हैं और तेरहवीं नहीं करते है। इसी कड़ी में अखिलेश यादव ने भी पिता मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं नहीं करने का फैसला लिया है।
हर जिले में श्रद्धांजलि सभा का होगा आयोजन
मुलायम सिंह यादव के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए समाजवादी पार्टी आगामी 21 अक्टूबर को पूरे यूपी में कार्यक्रम आयोजित कर रही है। बीते गुरूवार को सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों, जिला-नगर अध्यक्षों समेत सभी नेताओं कार्यकर्ताओं को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं।