अहमदाबाद (मानवी मीडिया) पाकिस्तान की समुद्री सुरक्षा एजेंसी (PMSA) ने 6 अक्टूबर को भारतीय मछुआरों पर गोलियां चला दीं। भारतीय समुद्री सीमा में ही मछुआरों की नाव पर पाकिस्तानी एजेंसी की तरफ से फायरिंग कर दी गई। बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी एजेंसी की मंशा थी कि नाव को डुबोकर मछुआरों को अगवा कर लिया जाए। गुजरात के पोरबंदर में नवी बुंदर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 307, 365, 427, 324, 323 के तहत केस दर्ज किया गया है।
मछुआरों के मुताबिक पाकिस्तानी नौसेना के अधिकारी उन्हें किडनैप करना चाहते थे और वे उनकी गिरफ्त से बालबाल बच गए। एक मछुआरे ने इंडियन कोस्ट गार्ड के अधिकारियों को एसओएस कॉल की और तुरंत भारतीय जवान वहां पहुंच गए।
घटना गुरुवार की है। गुजरात के जखाऊ पोर्ट से लगभग 45 नॉटिकल माइल की दूरी पर एक नाव में 6 मछुआरे सवार होकर मछली पकड़ने निकले थे। तभी हरसिद्धी की तरफ पाकिस्तानी नाव बरकत बढ़ने लगी। मछुआरों ने उनसे रिक्वेस्ट की कि फायरिंग ना करें नहीं तो नाव डूब जाएगी। मछुआरों का कहना है कि पीएमएसए बरकत पर कम से कम 25 पाकिस्तानी अधिकारी सवार थे।
जब भारतीय जवान मौके पर पहुंचे तो पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने मछुआरों को बचाया है। मछुआरों ने यह भी बताया कि उनपर झूठ बोलने का दबाव बनाया गया कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने नाव को डूतबने से बचाया है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने मछुआरों का वीडियो भी बना लिया जिसमें वे पाकिस्तान का आभार जता रहे थे।
जब ये मछुआरे अपने घर पहुंचे तो असली कहानी बताई। उन्होंने बताया कि कैसे पाकिस्तानी अधिकारियों ने गोलियां चलाईं और नाव डुबोने की कोशिश की। पीएमएसए ने दावा किया था कि उन्होंने मछुआरों की जान बचाई है। इसके बाद उन्होंने भारतीय तटरक्षकबल के जवानों को मछुआरों को सुरक्षित सौंप दिया।