छोटू से मुलाकात के बाद पूजा उसकी दीवानी हो गई। दोनों की मुलाकात धीरे धीरे प्यार में बदल गया। इस दौरान इन दस वर्षों में श्रवण और पूजा के चार बच्चे भी पैदा हुए। इस बीच पूजा और छोटु में प्रेम प्रसंग चलता रहा। बताया जाता है कि इस बीच कुछ दिनों के लिए दोनों फरार भी हो गए थे, जिसके बाद पूजा के पति ने इसकी शिकायत थाने में की थी। इसके बाद पूजा तो अपने पति के पास लौट आई लेकिन इश्क कम नही हुआ।
इस बीच, श्रवण अपनी पत्नी को समझाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन पूजा पर इसका कोई असर नहीं हुआ। अंत में बुधवार को पति श्रावण अपनी पत्नी की जिद के आगे झुक गया और उसकी शादी प्रेमी के साथ करवा दी। बताया जाता है कि मामले की जानकारी जब गांव के अन्य लोगों को हुई तो पंचायत बुलाई गई। पंचायत में महिला के मायके वाले भी आए। गनगनिया गांव की पंचायत ने फैसला किया कि महिला को उसके प्रेमी के हाथ सौंपने से पहले कानूनी प्रक्रिया का पालन करना चाहिए। इस दौरान स्टांप पेपर में दोनों का राजीनामा लिखवाया गया। महिला और उसके पति ने लिखित में दिया कि अब उनके एक-दूसरे से कोई वास्ता नहीं है।