मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि डाक सेवाओं का एक समृद्ध इतिहास रहा है। डाक टिकट अतीत को वर्तमान से जोड़ते है। देश और प्रदेश के समृद्ध व गौरवशाली इतिहास से परिचय कराने में डाक टिकटों का अहम स्थान है। युवा पीढ़ी और विद्यार्थियों के लिए डाक टिकट संग्रह एक शौक के साथ-साथ ज्ञानवर्धन का भी सशक्त माध्यम है।
मुख्यमंत्री ने राम वन गमन पर जारी विशेष आवरण की सराहना करते हुए कहा कि भारत की समृद्धि, संस्कृति एवं विरासत में उत्तर प्रदेश का अहम योगदान है, वहीं स्वतंत्रता संग्राम में भी उत्तर प्रदेश ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डाक टिकटों और विशेष आवरण के माध्यम से डाक विभाग द्वारा इन सभी विषयों को सहेजते हुए आगामी पीढ़ियों से जोड़ा जा रहा है।उत्तर प्रदेश परिमण्डल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि डाक विभाग फिलेटली को प्रोत्साहित करने हेतु तमाम कदम उठा रहा है। फिलेटली को एक हॉबी के रूप में अपनाने की जरूरत है। इससे युवा जहां मोबाइल की लत से बच सकेंगे, वहीं डाक टिकटों के माध्यम से तमाम जानकारियां प्राप्त कर ज्ञान में रचनात्मक अभिवृद्धि कर सकेंगे।
इस अवसर पर विधायक डा. नीरज बोरा, अमरेश कुमार और जय देवी, ज्यूरी सदस्य प्रशांत एच. पांड्या, पोस्टमास्टर जनरल कर्नल एस.एफ.एच रिजवी भी मंचासीन रहे। स्वागत भाषण पोस्टमास्टर जनरल लखनऊ क्षेत्र विवेक दक्ष और आभार ज्ञापन पोस्टमास्टर जनरल वाराणसी क्षेत्र कृष्ण कुमार यादव ने किया। संचालन योगेश मिश्र व अखंड प्रताप सिंह ने किया ।
प्रदर्शनी के दौरान स्कूली विद्यार्थियों हेतु फिलेटली वर्कशॉप, क्विज, स्टैंप डिजाइन प्रतियोगिता और अन्य फिलेटलिक गेम्स का आयोजन किया गया। माई स्टैंप काउंटर भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण) आर.पी सिंह, पोस्टमास्टर जनरल कानपुर क्षेत्र एस. एफ. एच रिजवी, पोस्टमास्टर जनरल बरेली क्षेत्र संजय सिंह, पोस्टमास्टर जनरल वाराणसी क्षेत्र कृष्ण कुमार यादव, पोस्टमास्टर जनरल आगरा क्षेत्र राजीव उमराव, पोस्टमास्टर जनरल लखनऊ क्षेत्र विवेक कुमार दक्ष, अध्यक्ष उ. प्र. पुलिस आवास निगम लि. प्रकाश डी., निदेशक डाक सेवाएँ सुनील राय, गौरव श्रीवास्तव, बी.बी. शरण सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी, डाक टिकट संग्राहक और विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थी मौजूद रहे।