उन्होंने कहा कि शिवलिंग की कार्बन डेटिंग हम नहीं होने देंगे। हमें पूर्ण विश्वास है कि फैसला हमारे पक्ष में ही आएगा। वहीं दूसरा हिन्दू पक्ष कह रहा है कि कोर्ट का फैसला हमारे पक्ष में आएगा। राखी सिंह की ओर से जितेंद्र सिंह बिसेन का कहना है कि आराध्य भगवान शिव है, जिनको शंका है वही लोग कार्बन डेटिंग की मांग कर रहे हैं। फिलहाल कोर्ट ने 11 अक्टूबर तक के लिए फैसला टाल दिया है।
सुनवाई से पहले इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा था कि हो सकता कोर्ट की ओर से यह आदेश आये कि ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग को स्पर्श किये बगैर वैज्ञानिक तरीके से शिवलिंग की जांच की जाए और साथ ही पूरे परिसर की एएसआई से जांच कराई जाए। वहीं, मुस्लिम पक्ष अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी का मानना है कि जिसको शिवलिंग कहा जा रहा है, वह एक फव्वारा है। कमेटी ने भी कार्बन डेटिंग का विरोध किया था।