मित्रो संघो दुर्गा पूजा समिति के संयोजक विनोद तिवारी ‘दालू’ ने कहा, “अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के प्रचार के रूप में हमने सोचा कि एक पंडाल लगाना उचित होगा, जो बिल्कुल मंदिर जैसा हो। हमें विश्वास है कि हमारा यह प्रयास बहुत से लोगों का ध्यान आकर्षित करेगी।”
उन्होंने कहा कि पंडाल 80 फीट ऊंचा होगा। इसे बनाने में करीब 3,000 बांस, 3,500 मीटर कपड़ा, 150 किलो लोहे की कील, थर्माकोल के 2,000 टुकड़े और 150 लीटर पेंट का इस्तेमाल किया जाएगा।
पूजा समिति के महासचिव नितेश तिवारी ने कहा, “पश्चिम बंगाल के 75 मजदूर 30 सितंबर तक काम खत्म करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। काम अगस्त में शुरू हुआ था।”
कोलकाता फ्लावर आर्ट के आसिम मत्या का भी पंडाल में खास योगदान है। वह जानकीपुरम में एक विशाल पंडाल भी बना रहे हैं, जो वृंदावन के प्रस्तावित सबसे ऊंचे मंदिर का प्रतिरूप है।
1975 में स्थापित, मॉडल हाउस की मित्र संघ दुर्गा पूजा समिति ने पश्चिम बंगाल की महिलाओं को पारंपरिक बंगाली ड्रम ‘ढाक’ बजाने के लिए बुलाया है।
तिवारी ने कहा, “आम तौर पर पुरुष ही ढाक बजाते हैं। लेकिन इस साल हमने इस उद्देश्य के लिए महिलाओं को भी शामिल किया है। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना से तीन पुरुष और तीन महिलाओं को बुलाया गया है।”