इस मौके पर डॉ. हीरा लाल ने कहा कि नकद राशि या कोई सामग्री देना ही केवल दान नहीं है बल्कि समाज की भलाई के लिए अपना समय प्रदान करना भी एक तरह का दान ही है। इसी तरह से अपने विचारों और ज्ञान को जरूरतमंदों के बीच साझा करना भी एक तरह का दान है, क्योंकि उससे भी किसी का भला हो सकता है। इसलिए हर दिन 23 घंटे अपने घर-परिवार और अपने ऊपर ध्यान दीजिये लेकिन एक घंटे समाज की भलाई के लिए जरूर चिंतन कीजिये। एक घंटे में पड़ोस या आस-पास के लोगों से मेल-मुलाक़ात का दौर शुरू कीजिये जिससे दूसरों के साथ खुद को भी सुकून मिलेगा। समाज की समस्याओं को समझिये और उसको दूर करने का प्रयत्न कीजिये। आपकी सलाह पर अगर किसी को सस्ता और बेहतर इलाज मिल सकता है तो वह भी एक पुण्य का कार्य है। अधिकारियों को भी चाहिए कि अपने कार्यालय के कार्यों और घर-परिवार की जिम्मेदारियों से बाहर निकलकर कुछ वक्त समाज को भी देना चाहिए क्योंकि उनके विचार से किसी के जीवन में बड़ा बदलाव आ जाता है तो उससे बड़ा नेक काम क्या हो सकता है। आज लोगों को दिल और दिमाग से बड़ा बनने की जरूरत है। उन्होंने जिक्र किया कि जब वह बांदा के जिलाधिकारी थे तो नेकी की दीवार बनवाकर लोगों को जरूरत के सामान मुहैया कराने की पहल की थी क्योंकि जहाँ कोई सामान किसी के लिए अनुपयोगी हो सकता है तो वही किसी के बड़े उपयोग का साबित हो सकता है।
बैठक का आयोजन उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी तथा सहयोगी संस्था यूपीएनपी प्लस द्वारा किया गया। बैठक का उद्देश्य एचआईवी/एड्स जैसे मुद्दे पर चर्चा और आगामी दो से आठ अक्टूबर तक आयोजित होने वाले दान उत्सव कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी सहयोगी संस्थाओ को प्रोत्साहित करना था। इस मौके पर विभिन्न सामाजिक संगठन और संस्थाएं जो एचआईवी पीड़ित लोगों को मदद पहुंचाती हैं, उनके प्रतिनिधियों द्वारा भी प्रतिभाग किया गया। आयोजकों द्वारा इस मौके पर नन्हें-मुन्ने बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गये। इसके साथ ही विभिन्न जिलों से आए लाभार्थियों को आवश्यक वस्तुएं देकर उन्हें प्रोत्साहित किया गया। इस मौके पर सोसाइटी स्तर से विशेष रूप से डॉ. ए के सिंहल, अनुज दीक्षित, प्रभजोत कौर, ज्योत्सना कौर, हबीबुल्लाह, विमलेश कुमार, रॉबिन हुड आर्मी व अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
लखनऊ (मानवी मीडिया) एचआईवी/एड्स मरीजों की मदद को हाथ बढ़ाने वालों के साथ सोमवार को उत्तर प्रदेश राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी के अपर परियोजना निदेशक डॉ. हीरा लाल की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। बैठक में एचआईवी/एड्स के नियन्त्रण को लेकर गहन मंथन हुआ। इसके साथ ही आगामी दो से आठ अक्टूबर के मध्य चलाये जाने वाले "दान उत्सव" अभियान को सफल बनाने की अपील की गई। डॉ. हीरा लाल ने एचआईवी/एड्स पीड़ितों को सिलाई मशीन व अन्य सामग्री प्रदान करने वालों की तारीफ़ की और कहा कि उनका यह नेकी का काम किसी के जीवन में बड़ा बदलाव लाने वाला साबित हो सकता है।