उन्होंने कहा कि काॅमर्शियल/आवासीय प्लाट और मकान बिक्री के लिए आकर्षक छूट का ऑफर लाया जाए। साथ ही साथ बिक्री किए जा रहे आवासीय व व्यावसायिक सम्पत्तियों में ब्याज में कमी लाई जाए और किस्त की सुविधा को और सरल बनाया जाए।
बैठक के दौरान मंडलायुक्त ने भारी बरसात के कारण जानकीपुरम में हुए जलभराव का जिक्र करते हुए कहा कि भविष्य में किसी भी नियोजित कालोनी में ऐसी स्थिति न उत्पन्न हो। इसके लिए योजना को पूर्णतः विकसित घोषित करने से पहले लखनऊ विकास प्राधिकरण और नगर निगम के अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित करके उक्त योजना का संयुक्त रूप से सर्वे कर लें, जिससे कि ड्रेनेज सिस्टम, सड़कों की स्थिति आदि का परीक्षण किया जा सके और आम जन मानस को किसी भी तरह की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
मंडलायुक्त ने हाल ही में होटल लेवाना में हुए अग्निकाण्ड पर चर्चा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि होटल, कोचिंग सेंटर, बैन्क्वेट, गेस्ट हाउस आदि प्रतिष्ठानों में फायर सेफ्टी नाॅम्र्स का प्रस्ताव नये सिरे से तैयार किया जाए, जिससे कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। इस प्रस्ताव में छोटे एरिया में बने प्रतिष्ठानों के लिए भी फायर सेफ्टी स्टैंडर्ड का प्रावधान किया जाए, ताकि इसे शासन को प्रेषित करके व्यवस्था बनायी जा सके।
इस अवसर पर नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, लखनऊ विकास प्राधिकरण,(उपाध्यक्ष) इंद्र मणि त्रिपाठी, लखनऊ विकास प्राधिकरण (सचिव) पवन गंगवार, विभाग के संबंधित अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।