पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक गाजियाबाद की रहने वाली निधि ने मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें उन्होंने बताया था कि उनकी मां के इलाज के लिए इंजेक्शन की आवश्यकता थी। बहुत ढूंढने पर इंजेक्शन नहीं मिला तो उन्होंने वेबसाइट पर तलाश की। वहां उन्हें एक वेबसाइट पर राहुल से उनका संपर्क हुआ। इंजेक्शन के लिए 1,15,000 रूपए बैंक खाते में उन्होंने ट्रांसफर कर दिए और उसके बाद नंबर बंद हो गया।
नोएडा पुलिस की साइबर क्राइम पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पता चला गाजियाबाद निवासी मयंक खन्ना और राज नगर निवासी यश मेहता ने इस ठगी को अंजाम दिया है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने यह भी बताया कि यश शॉर्ट फिल्मों का अभिनेता है। जबकि मयंक खन्ना बीपीओ में काम करता है। कोविड काल के दौरान दोनों ने कई लोगों से ठगी की थी। फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया के माध्यम से इंजेक्शन के नाम पर वह पैसे ले लेते थे और फिर फोन बंद कर लेते थे।