निवाड़ी से पूर्व विधायक रह चुकी मीरा यादव ने मौजूदा गरौठा विधायक जवाहर सिंह राजपूत पर सत्ता का दुरूपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस की मदद से उनके परिवार के खिलाफ उत्पीडनात्मक कार्रवाई की जा रही है। श्रीमती यादव का कहना है कि उनके पुत्र का कोई पता नहीं लग रहा है यहां तक कि पुलिस अधिकारी उनके पुत्र का दोष भी नहीं बता पा रहे हैं कि आखिर उसे किस वजह से पकड़ा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके पति तथा वह किसी भी उत्पीड़न की कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं। इस अन्याय के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी।
यादव ने बताया कि पुलिस ने आते ही साथ उनके पति के बारे में पूछा और उनके यह कहने पर कि उनके पति लखनऊ किसी मीटिंग में गए हैं, पूरे पुलिस बल ने वहां मौजूद स्टाफ के साथ मारपीट की तथा बिना किसी सर्च वारंट के पूरे घर की तलाशी ली। उन्होंने आशका जतायी कि सत्ता के इशारे पर पुलिस उनके पति को किसी भी झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेज सकती है।
दरअसल, यह पूरा मामला कुछ दिन पूर्व उस समय से तेजी पकड़ा, जब समाजवादी पार्टी के पूर्व ब्लाक प्रमुख लेखराज सिंह यादव के खिलाफ पुलिस हिरासत से भागने के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया। इस मुकदमे में पूर्व गरौठा विधायक दीप नारायण सिंह के सगे साले तथा नगर पंचायत मोंठ के अध्यक्ष अनिरुद्ध सिंह यादव, पूर्व विधायक के साले के साले सहित अन्य लोगों के खिलाफ मुजरिम को पुलिस हिरासत से भगाने का प्रयास करने का मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद पुलिस ने नगर पंचायत मोंठ के अध्यक्ष के यहां छापा मारा। पुलिस के छापे के दौरान हड़बड़ाहट में अध्यक्ष सीढ़ियों से स्लिप हुए और उनके दोनों पैर टूट गए। कल रात ही पुलिस ने इस मामले में कुल 11 लोगों की गिरफ्तारी किए जाने का दावा किया।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नेपाल सिंह का कहना है कि पूर्व ब्लाक प्रमुख लेखराज सिंह यादव द्वारा झांसी में पीसी पर आने के बाद वापस जाते समय पुलिस कस्टडी से भागने की कोशिश की गई थी और इस संबंध में कुल 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है साथ ही घटना में इस्तेमाल दो गाड़ियों को भी बरामद किया गया है। जनपद में इस तरह के अपराधों में जो भी शामिल होगा उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जायेगी।