लखनऊ (मानवी मीडिया)लखनऊ । यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन ने उत्तर प्रदेश की पत्रकार पेंशन योजना को अधिक व्यवहारिक बनाने और उसमें सभी श्रमजीवी पत्रकारों को जोड़ने की मांग की है।
इस संबंध में यूनियन ने एक ज्ञापन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को दिया है , जिस पर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष हसीब सिद्दीकी ,महामंत्री प्रेमकांत तिवारी ,मंडल अध्यक्ष शिवशरण सिंह और महामंत्री विश्वदेव राव के हस्ताक्षर हैं । ज्ञापन मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री संजय प्रसाद जो सूचना विभाग के भी प्रमुख सचिव हैं , के माध्यम से दिया गया है।उत्तर प्रदेश सरकार ने पत्रकार पेंशन योजना की प्रक्रिया शुरू करते हुए पेंशन की आहरताएं उत्तराखंड की भांति निर्धारित की हैं । जिसमें 15 वर्ष की निरंतर मान्यता और कोई अन्य पेंशन न पाना शामिल है। यूनियन की मांग है कि पेंशन सभी श्रमजीवी पत्रकारों को दी जाए । संवाददाताओं के संबंध में 15 वर्ष की मान्यता के स्थान पर 10 वर्ष तथा निरंतर के स्थान पर कुल मान्यता की शर्त रखी जाए। पत्रकार को वर्तमान में मिल रही पेंशन को परिभाषित करते हुए पीएफ और जीवन बीमा निगम की पेंशन को उससे अलग किया जाए।
ज्ञापन में मांग की गई है कि राजस्थान और उत्तराखंड की तरह है पत्रकार के निधन के बाद पेंशन का 50% अंश उसकी पत्नी / पति को दिया जाए । पेंशन की धनराशि ₹20000 प्रति माह होना चाहिए । राजस्थान में ₹15000 प्रति माह पेंशन मिल रही है।