न्यूयार्क (मानवी मीडिया) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को अपने ब्रिटिश समकक्ष जेम्स क्लेवरली के साथ मुलाकात में ब्रिटेन में भारतीय समुदाय की सुरक्षा और कुशलता को लेकर अपनी चिंता से अवगत कराया। पिछले महीने दुबई में हुए टी20 मैच में भारत के हाथों पाकिस्तान की हार के बाद से ब्रिटेन के कई शहरों में भारतीयों के खिलाफ हमले हुए हैं। हमला करने वाले पाकिस्तानी मुस्लिम बताए गए हैं।
जेम्स क्लेवरली से गर्मजोशी भरी बातचीत
संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में शामिल होने यहां आए जयशंकर ने मुलाकात के बाद ट्वीट किया, 'ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली से गर्मजोशी भरी बातचीत हुई। रोडमैप 2030 को आगे ले जाने पर चर्चा की। हमारी भागीदारी को गहरा करने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता सराहनीय है।'
वैश्विक मुद्दों पर बातचीत
विदेश मंत्री ने आगे कहा कि क्लेवरली के साथ बैठक में ब्रिटेन में भारतीय समुदायों की सुरक्षा और कुशलता को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। ब्रिटिश विदेश मंत्री इस संबंध में भरोसा दिया जो स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि उनके बीच हिंद-प्रशांत, यूक्रेन और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद समेत वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत हुई।
तीन और देशों के विदेश मंत्रियों से भी मिले
विदेश मंत्री ने बताया कि उनकी बोलीविया, नार्वे और एस्टोनिया के अपने समकक्षों क्रमश: रोजीलियो मायता, अन्नीकेन हुईफेल्ट और उर्मास रेनसालू के साथ भी द्विपक्षीय संबंधों समेत वैश्विक मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। जयशंकर ने 10वीं भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका (आइबीएसए) त्रिपक्षीय मंत्रिस्तरीय आयोग की बैठक की मेजबानी की। इसमें ब्राजील के विदेश मंत्री कार्लोस फ्रांस और दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जो फहाला भी शामिल हुए।
ब्रिटिस अधिकारियों के संपर्क में उच्चायोग
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भविष्य में भारतीय समुदायों के खिलाफ लीसेस्टर और बर्मिंघम जैसे हमलों को रोकने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ब्रिटेन के अधिकारियों के लगातार संपर्क में बना हुआ है। सोमवार को उच्चायोग ने भारतीय समुदाय पर हमले की निंदा की थी और दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। बता दें कि इन दोनों शहरों में पाकिस्तानी मुस्लिमों ने भारतीय समुदाय के लोगों और मंदिरों को निशाना बनाया है।