पुलिस ने जम्मू के सिद्दडा इलाके में एक रोहिंग्या को पुरानी करंसी नोटों के साथ गिरफ्तार किया। जानकारी के मुताबिक म्यांमार के रहने वाले अब्दुल शकूर को पुलिस ने उस समय पकड़ा जब वह पुराने करंसी नोट लेकर जा रहा था। पुलिस की पूछताछ में उसने कबूला है कि वह म्यांमार से 10-15 हजार में लड़कियों को खरीदता और फिर उनको जम्मू- कश्मीर में दो से ढाई लाख रुपये में बेच देता है। पुलिस ने अब्दुल शकूर पर अवैध रूप से रोहिंग्याओं को देश में लाने और बाहर ले जाने का मामला दर्ज किया है। अब्दुल शकूर म्यांमार से कई लोगों को भारत ला चुका है।
नेपाल के रास्ते मानव तस्करी को दे रहा था अंजाम
पुलिस सूत्रों के अनुसार अब्दुल शकूर नेपाल के रास्ते इन लोगों को भारत लाता और फिर जम्मू-कश्मीर पहुंच जाता। कुछ लोगों को यहां से म्यांमार भी भेज चुका है। सूत्रों का कहना है कि म्यांमार से लायी गयी लड़कियों की शादी यहां पर स्थानीय और रोहिंग्या के साथ करवा चुका है। पुलिस ने इसके दो साथियों को भी हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है।
बता दें कि म्यांमार से काफी अवैध तरीके से रोहिंग्या जम्मू व आस पास के इलाकों में रहते हैं और पुलिस को जब भनक लगती है तो वह पहले ही इधर उधर भाग निकलते हैं, हालांकि जिन लोगों के पास यूएनओ के कार्ड हैं, उनकी संख्या भी बहुत है। कई रोहिंग्या इस समय जिला कठुआ के हीरानगर डिटेंशन सेंटर में हैं। कुछ दिन पहले पुलिस को पता चला कि अब्दूल एक नई युवती को लेकर पहुंचा है। युवती हिंदी व स्थानीय भाषा नहीं बोल पाती थी। अचानक युवती गायब हो गई, तभी पुलिस ने इसको पकड़ा। हालांकि इसके दो साथियों फरीद आलम और यासीन को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।