छलेसर कैंपस में राज्यपाल ने डिपार्टमेंट ऑफ फार्मेसी तथा डिपार्टमेंट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स का निरीक्षण किया। डिपार्टमेंट ऑफ फार्मेसी के के निदेशक ने अपने विभाग सम्बन्धी जानकारी देते हुए बताया कि कैम्पस में कई प्रकार के नये कोर्स प्रारम्भ किये गये हैं, जिनमें बी फार्मा, डी फार्मा तथा फार्माडी हैं। उन्होंने बताया कि संस्थान अपनी लैब में विभिन्न रोगों की जांच करके उससे प्राप्त आय से आत्मनिर्भर होने की ओर अग्रसर है। राज्यपाल ने फार्मेसी के छात्र-छात्राओं से व्यक्तिगत रूप से वहां की व्यवस्थाओं व मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली तथा उनसे डॉक्टर बनकर ईमानदारी से देश सेवा करने को कहा। उन्होंने फार्मेसी विभाग की लैब, मशीन रूम , स्टाफ की संख्या व उनकी योग्यता के बारे में भी जानकारी ली तथा नव नियुक्त शिक्षकों से उनकी चयन प्रक्रिया के बारे में पूछा। राज्यपाल जी ने फार्मेसी विभाग के निदेशक को सुझाव दिया कि वह विभिन्न दवा कंपनियों से एम0ओ0यू0 साइन करें, जिससे टेस्टिंग लैब खोलकर फार्मेसी विभाग अपनी आय में वृद्धि कर सकता है।
विश्वविद्यालय के डिपार्टमेंट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स के डायरेक्टर राज्यपाल जी ने संस्थान के बच्चों की खेलो इंडिया व राष्ट्रीय गेम्स में सक्रियता एवं उपलब्धि ली और खो-खो, कबड्डी जैसे पारम्परिक खेल संस्थान में शामिल करने के निर्देश दिये। राज्यपाल जी ने विश्वविद्यालय के अव्यवस्थित रिकार्ड के लेकर परीक्षा नियंत्रक के प्रति सख्त प्रतिक्रया व्यक्त की और सुधार के निर्देश दिए । उन्होंने निर्देशित किया कि सभी मिलकर टीम भावना से कार्य करें, जिम्मेदारी तय करें तथा एक कमेटी बनाकर कार्य की प्रगति जांचे। उन्होंने नवनियुक्त फार्मेसी व स्पोर्ट के शिक्षकों से कहा कि जो आप सीखकर आये हैं, उस ज्ञान को बच्चों को भी सिखायें।विश्वविद्यालय के पालीवाल परिसर में निरीक्षण के दौरान राज्यपाल ने पानी की टंकी से जल बहाव को तत्काल बंद कराने के निर्देश दिये तथा जल को बचाने को कहा। उन्होंने परिसर में स्थापित विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी को डिजिटल करने तथा लाइब्रेरी में आने वाले बच्चों को बारकोड के माध्यम से प्रवेश कराने के निर्देश दिये।
परिसर में स्थित के0एम0 मुंशी हिंदी तथा भाषा विज्ञान पीठ के निरीक्षण के दौरान राजपाल ने अति प्राचीन भोजपत्र पर लिखे संस्कृत ग्रंथों के डिजिटलाइजेशन करने के निर्देश दिये। उन्होंने सोशल साइंस फैकल्टी को पुराने व परम्परागत शैली में कार्य न करने हुए कहा कि वह स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर महिलाओं के कैंसर, दुग्धपान, कितने प्रसव हॉस्पिटल में होते हैं, कुपोषित बच्चे व महिलाओं का डाटा कलेक्ट कर उसे अपने प्रोजेक्ट वर्क में प्रयोग करें तथा समाज के आगे आ रही नयी चुनौतियों का विश्लेषण कर समाधान खोंजे। उन्होंने विश्वविद्यालय में पी0एच0डी0 कोर्स के बारे में जानकारी ली तथा 2012 के बाद 2022 में हुई परीक्षा के बिलम्ब का कारण पूछा तथा कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सभी कोर्स नियमित व समयबद्ध होने चाहिए।
राजयपाल ने परिसर में स्थित डा0 बी0आर0 अम्बेडकर की मूर्ति तथा पं0 दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर कुलपति विनय कुमार पाठक, कुल सचिव व परीक्षा नियंत्रक विनोद कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) यशवर्धन श्रीवास्तव, प्रो0 अजय तनेजा, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष तथा विश्वविद्यालय से सम्बन्धित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।