गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-
1- अमित कुमार चौधरी पुत्र नवीन चौधरी नि0 91 सुन्दर बिहार हनुमान मन्दिर के पास कोकर, रांची झारखण्ड। (सरगना)
2- सचिन कुमार पाण्डेय पुत्र विमलेश पाण्डेय नि0 न्यू हैदर अली रोड बजरंगनगर, रांची झारखण्ड।
बरामदगीः-
1- रेलवे का फर्जी नियुक्ति पत्र-05 वर्क।
2- मोबाइल फोन-04अदद।
3- नगद 7000/-रूपये।
4- स्वीफ्ट डिजायर कार सं0 - जे0एच0 01 डी0ए0 9903
गिरफ्तारी का स्थान/समयः-
सेंट मैरिज स्कूल के पास थाना कैण्ट जनपद वाराणसी। दिनांक 21-09-2022 समय: 17ः50 ।
विगत कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के वाराणसी़ एवं इसके आस-पास के जनपदों के साथ-साथ हैदराबाद, नई दिल्ली, कोलकाता, भुवनेश्वर, लखनऊ आदि में आर्मी में नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजों के एक अन्तर्राज्यीय गिरोह द्वारा बेरोजगार युवकों को ठगने की सूचना ‘मिलिट्री इन्टेलीजेन्स’ (एम0आई0) वाराणसी से प्राप्त हुई थी। इस पर एस0टी0एफ0 की वाराणसी इकाई को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में निरीक्षक अनिल कुमार सिंह, एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई, वाराणसी के नेतृत्व में टीम गठित करते हुये अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
आज दिनांक 21-09-2022 को अभिसूचना संकलन के माध्यम से ज्ञात हुआ कि आर्मी में भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का सरगना अमित कुमार चौधरी पुत्र नवीन चौधरी अपने गैंग के कुछ साथियों के साथ कैण्टोमेंट एरिया के डाक बंगले में मुरादाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, पंजाब व महाराष्ट्र के लड़को को मिलिट्री इंजिनियरिंग सर्विस (MES) की फर्जी परीक्षा लेकर ठगी करने के लिये बुलाया है। उक्त सूचना पर निरीक्षक श्री अनिल सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ वाराणसी की टीम द्वारा मौके पर पहुॅंचकर पता किया गया जो ज्ञात हुआ की यह लोग चेक आउट करके चले गये है। तत्पश्चात वहां मौजूद लड़कों की निशानदेही पर कुछ दूरी पर जा रही गाडी नं0 जे0एच0 01 डी0ए0 9903 का पीछा करके आवश्यक बल प्रयोग करते हुए उपरोक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी की गयी।
गिरफ्तार अभियुक्तगण से पूछताछ एवं अभिसूचना संकलन से पाया गया गया कि इनका एक संगठित अन्तर्राज्यीय गिरोह है। अमित कुमार चौधरी पुत्र नवीन चौधरी उपरोक्त गैंग का सरगना है। यह लोग कैण्टामेण्ट एरिया में स्थित डाक बंगला के अन्दर कमरा बुक कराकर विभिन्न प्रांतो के लड़को को बुलाकर मिलिट्री इंजिनियरिंग सर्विस (MES) की फर्जी परीक्षा लेकर उनका फिंगर प्रिंट लेते थे। इसके उपरान्त कबीरचौरा मण्डलीय चिकित्सालय से मेडिकल कराकर फर्जी ज्वानिंग लेटर देकर भर्ती के नाम पर लाखों की वसूली करते हैं। यह लोग ये काम सालों से कर रहे हैं। गैंग का एक सदस्य राकेश कुमार बिष्ट एम0ई0एस0 की फर्जी आई0डी0 दिखाकर लडकों को फंसाकर लाता है। डाक बंगला में पहचान के लोगों के माध्यम से आराम से कमरा बुक हो जाता है। डाक बंगला कैण्टोमेण्ट क्षेत्र में होने के कारण भर्ती होने आये लडके उसे मिलिट्री का ऑफिस समझकर परीक्षा देते हैं और विश्वास कर लेते है कि सब सही काम हो रहा है। इसी दौरान ये लोग अभ्यर्थियों से 01 से 02 लाख रूपये एकाउण्ट में मंगवा लेते है। रूपये मंगवा लेने के बाद सरकारी अस्पताल कबीरचौरा में मेडिकल करवा देते है और उसके बाद 04 लाख रूपये की मांग करते हैं। पैसा मिल जाने के बाद फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र उनके पते पर भेज देते है। उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्तों के अलावा गिरोह में संलिप्त अन्य सदस्यों के सम्बन्ध में जांच की जा रही है।
उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्तगण के विरूद्ध थाना कैण्ट जनपद वाराणसी में अभियोग पंजीकृत कराये जाने की कार्यवाही की जा रही है। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जायेगी।