जल शक्ति मंत्री ने स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से कहा कि पीएम मोदी के जन्मदिन पर जल ही जीवन का मंत्र गांव-गांव में जन-जन तक पहुंचाना है। समाज को जागरूक करना है। उनको समझाना है कि पानी की बचत कैसे हो सकती है। ट्यूबवेल के पानी से गाड़ियां नहीं धोनी हैं, जानवरों को नहीं नहलाना है। पानी को बर्बाद नहीं करना है ये बताना है। यह देश के हित और राष्ट्र के हित में है। उन्होंने कहा कि सेवा पखवाड़े में जल संचय पर विकास खंडों पर गोष्ठियां आयोजित की जाएं। भूगर्भ जल विभाग के साथ अन्य विभाग भी आयोजन में सहयोग करें। गोष्ठियों में ग्राम प्रधान समेत ग्रामवासी, प्रशासनिक अधिकारी शामिल हों। नदियों और जल संचय के लिए काम करने वाले समाजसेवियों को भी आमंत्रित किया जाए।
*22 सितम्बर को 75 जिलों में जल संरक्षण पर विशाल गोष्ठियां*
जल शक्ति मंत्री ने कहा कि प्रमुख रूप से 22 सितम्बर को प्रदेश के सभी 75 जिलों में जल संवर्द्धन, जल संचयन, जल संरक्षण, कैच द रेन अभियान के तहत विशाल गोष्ठियां होंगी। लोगों को पानी का महत्व बताने के साथ जल संचयन और नदी की सेवा का कार्य करने वालों को सम्मानित किया जाएगा।