मुरादाबाद (मानवी मीडिया) छजलैट के दूल्हेपुर गांव में सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने के मामले में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के ट्वीट के बाद पुलिस ने यू टर्न ले लिया है। एसएसपी ने मंगलवार को केस को एक्सपंज करने के निर्देश जारी कर दिए। तर्क दिया कि सीओ कांठ की जांच में आरोप सही नहीं पाए गए। वहीं दूसरी ओर गांव में अब भी तनाव का माहौल है।
बता दें कि दूल्हेपुर गांव के नन्हे, चंद्रपाल, बाबूराम, मुरारी सिंह आदि ने पुलिस से शिकायत कर बताया था कि दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा जगह बदल-बदलकर सामूहिक रूप से नमाज पढ़ी जा रही है। इससे गांव में दोनों समुदाय के बीच तनाव का माहौल बन गया है। इस संदर्भ में दोनों समुदाय के लोगों के बीच पहले हुई पंचायत में तय हुआ था कि दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा सामूहिक रूप से नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। कुछ दिनों तक तो सामूहिक रूप से नमाज नहीं पढ़ी गई लेकिन फिर से समझौते का उल्लंघन करके जगह बदलकर शुरू कर दी गई।
लोगों की शिकायत के बाद 24 अगस्त को पुलिस ने 17 नामजद व दस अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पार्टी की स्थानीय इकाई से इस मामले की जानकारी मिलने पर सोमवार को ओवैसी ने ट्वीट करके प्रधानमंत्री से सवाल किया था कि क्या घर में भी नमाज पढ़ने के लिए इजाजत लेनी होगी। ओवैसी के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर मामला गर्मा गया।
विवाद बढ़ता देख आखिरकार पुलिस बैकफुट पर आ गई। एसएसपी हेमंत कुटियाल ने मंगलवार को तत्काल प्रभाव से केस को एक्सपंज करने के निर्देश जारी किए। उन्होंने बताया कि सीओ कांठ से मामले की जांच कराई गई है। आरोप सही नहीं पाए गए।
उधर, केस एक्सपंज किएजा ने के बाद एआईएमआईएम के महानगर अध्यक्ष वकी रशीद ने भी ट्वीट किया। कहा कि पुलिस और खुफिया विभाग ने निष्पक्ष जांच की जिसके कारण एसएसपी ने केस को एक्सपंज कर दिया। उन्होंने दूल्हेपुर गए पार्टी के प्रतिनिधिमंडल और पार्टी के मुखिया का आभार जताया है।