समाज कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि योजना के अंतर्गत प्रदेश के समस्त जनपदों में सामूहिक विवाह पखवारा मनाया जाए और सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन व्यापक पैमाने पर कराना सुनिश्चित किया जाए।
*शुभ मुहूर्त वार सामूहिक विवाह पखवारे और मेगा इवेंट के रूप में होंगे कार्यक्रम**
विभाग ने नवंबर माह की 25, 26, 28 एवं 29, दिसंबर माह की 1, 2, 3, 4, 7, 8, 9 एवं 14, जनवरी 2023 में 15, 18,20, 22, 24, 25, 26, 27, 28 एवं 29, फरवरी 2023 की 4, 6, 7, 9, 10 ,12, 13, 14, 16, 17, 18, 22, 23,24 ,27 एवं 28 और मार्च 2023 की 1,6,8, 9 एवं 13 तारीख को शुभ मुहूर्त मानते हुए 'सामूहिक विवाह पखवारे' के रूप में कार्यक्रम मेगा इवेंट के रूप में जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में वृहद स्तर पर आयोजित किए जाएंगे।
*इच्छुक वर्ष भर कर सकते हैं आवेदन*
सामूहिक विवाह में सम्मिलित होने के लिए इच्छुक ग्रामीण क्षेत्र के आवेदक खंड विकास अधिकारी कार्यालय एवं नगर क्षेत्र के आवेदक अपना आवेदन संबंधित नगर निकाय में जमा कर सकते हैं।
*विभाग द्वारा प्रति विवाह ₹51000 किया जाता है व्यय**
वित्तीय वर्ष 2022 - 23 मई कुल 600 करोड रुपए का प्रावधान मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत किया गया है, जिसमें सितंबर 2022 तक निर्धारित लक्ष्य 15000 सामूहिक विवाह के सापेक्ष 15268 जोड़ों के विवाह पर 77 . 87 करोड़ रुपए की धनराशि व्यय की जा चुकी है।
सामूहिक विवाह के अंतर्गत कुल 51 हजार प्रति विवाह विभाग द्वारा व्यय किया जाता है, जिसमें ₹35000 कन्या के खाते में एवं ₹10000 की विवाह संस्कार सामग्री वर - वधू को विवाह के समय उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने बताया कि ₹6000 विवाह आयोजन समिति द्वारा आयोजन पर व्यय किए जाने का प्रावधान है।
*बयान:*
"सामूहिक विवाह योजना को और प्रभावी तथा जोड़ों के लिए आसान बनाने के लिए निर्देशित किया गया है कि विवाह प्रमाण पत्र कार्यक्रम स्थल पर उसी दिन जारी किये जाएं, वैवाहिक कार्यक्रमों को और सुव्यवस्थित किया जाएगा।"
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