त्रिलोक त्यागी ने मंगलवार को नोएडा मीडिया क्लब मैं आयोजित प्रेससवार्ता के दौरान कहा कि श्रीकांत त्यागी ने एक महिला के साथ अभद्रता की है, जिसके लिए कानून अपना काम कर रहा है और इस पर उनकी पार्टी को कोई ऐतराज नहीं है, मगर श्रीकांत की पत्नी और मामी को पूछताछ के बहाने बेवजह रात भर थाने पर बैठाना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाता है। उन्होंने कहा कि श्रीकांत त्यागी प्रकरण को पुलिस ने जानबूझ कर उछाला। एक महिला के साथ अभद्रता करने के आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया, जैसे वह कोई आतंकवादी हो। वहीं गिरफ्तारी पर इनाम बांटा गया, जबकि सच्चाई यह है कि श्रीकांत ने सरेंडर किया था। उन्होंने कहा कि श्रीकांत जैसे हजारों लोग भाजपा में अभी भी हैं, जो पार्टी का झंडा और हूटर लगाकर जनता के बीच रौब झाड़ते हैं। रालोद महासचिव ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लालकिले की प्राचीर से महिलाओं के सम्मान की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश की पुलिस महिलाओं को रातभर थाने में बैठाकर उन्हें प्रताड़ित करती है। पार्टी की मांग है कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएए वरना उनकी पार्टी भावी रणनीति बनाने पर विवश होगी।
लखनऊ (मानवी मीडिया)नोएडा ,राष्ट्रीय लोकदल रालोदद्ने नोएडा पुलिस पर गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी की पत्नी और परिवार की अन्य महिलाओं को पूछताछ के बहाने प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग की है। रालोद महासचिव त्रिलोक त्यागी ने आरोप लगाया है कि नोएडा की एक सोसाइटी में महिला के साथ अभद्रता करने के आरोपी श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी और अन्य महिलाओं को पूछताछ के बहाने घंटों थाने में बैठाकर प्रताड़ित किया गया।