इंदौर (मानवी मीडिया): बड़ी खबर मध्य प्रदेश के इंदौर से है। यहां ऑनलाइन लोन लेना परिवार के लिए काल बन गया। बता दें कि इंदौर में एक युवक ने पहले परिवार के लोगों को जहर देकर मारा और फिर खुद फांसी लगा ली। मृतक का नाम अमित यादव है। पहले उसने पत्नी टीना यादव और तीन साल की बेटी व डेढ़ साल के बेटे को जहर देकर मारा और फिर खुद फांसी लगा ली। चार लोगों की मौत से हड़कंप मच गया। सुसाइट नोट में कर्ज से परेशान होने की बात कही है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची ओर जांच पड़ताल जारी है। बताया जा रहा है कि इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाली भागीरथपुरा पुलिस चौकी क्षेत्र में रहने वाले अमित यादव ने कर्ज से परेशान होकर अपनी पत्नी और बच्चों को जहर देकर मार डाला, फिर खुद फांसी के फंदे पर झूल गया।
दरअसल, मध्य प्रदेश के सागर के रहने वाले अमित यादव ने जब मंगलवार सुबह अपने परिवार वालों का फोन नहीं उठाया तो भागीरथपुरा में ही रहने वाले उनके ससुराल पक्ष को सूचित किया गया। इसके बाद उनकी सास और परिवार वाले किराए पर लिए रूम पर पहुंचे तो कोई भी दरवाजा नहीं खोल रहा था। ऐसे में बाणगंगा पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ा गया तो अमित यादव का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला। पास में ही दोनों बच्चे और पत्नी बिस्तर पर मूर्छित अवस्था में पड़े थे। जब उनकी नब्ज टटोली गई तो वह मृत पाए गए। डीसीपी धर्मेंद्र भदौरिया के मुताबिक, अमित टावर कंपनी में तकनीकी और सेटअप का काम करते थे।
पुलिस के मुताबिक, ‘पास में ही अमित का ससुराल है। रोजाना खाना उन्हीं के साथ होता था। उसके बाद रूम पर सिर्फ सोने के लिए आते हैं। एक दिन पहले ही वह उज्जैन महाकाल मंदिर के दर्शन और शाही सवारी में शामिल होने के लिए गए थे। वहां से लौटने के बाद उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें कर्ज का जिक्र है।’
सुसाइड नोट में अमित यादव ने कई कंपनियों से लोन लेने का जिक्र किया है, जिसको वह दे नहीं पा रहा था। फिलहाल पुलिस इस मामले में तहकीकात कर रही है। पड़ोसियों के मुताबिक, अमित का व्यवहार सभी से काफी अच्छा था और आसपास में भी किसी से कोई विवाद नहीं था। एक साथ चार लोगों की मौत से पूरे इलाके में हड़कंप है।