छात्रा की मां ने मंगलवार को विल्लुपुरम में संवाददाताओं से कहा कि अपनी बेटी के निधन के 43 दिनों के बाद भी, वे उसकी मौत के कारण से अनजान हैं। समाचार रिपोटरें के अनुसार, दो लड़कियों ने अदालत के समक्ष मृतक लड़की की ‘दोस्त’ के रूप में गवाही दी थी। इस पर मृतक छात्रा की मां ने अपनी बेटी के दोस्तों को जानने का दावा करते हुए कहा कि क्या स्कूल प्रबंधन कुछ धोखेबाजों को अदालत में पेश करने के लिए ला रहा है।
जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (जेआईपीएमईआर) ने मंगलवार को विल्लुपुरम न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष आटोप्सी रिपोर्ट प्रस्तुत की। मृतक छात्रा की मां ने कहा कि जिस दिन जेआईपीएमईआर की रिपोर्ट अदालत में पेश की गई, उसी दिन दो लड़कियों ने अदालत के सामने मृत लड़की की दोस्त होने का दावा किया। यह सबकुछ असामान्य बात थी।
छात्रा की मौत के बाद शक्ति मैट्रिक स्कूल में काफी आगजनी हुई थी। 16 जुलाई को विरोध प्रदर्शन करने वाली भीड़ ने 30 बसों को आग लगा दी। जिसके बाद बड़े पैमाने पर आक्रोश फैल गया। सरकार ने कार्रवाई करते हुए पुलिस उपमहानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक को हटा दिया था।
पुलिस ने घटना के सिलसिले में स्कूल प्रशासक और पांच अन्य अधिकारियों को गिरफ्तार किया है।