दयाशंकर सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सड़क सुरक्षा अभियान में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें। अधिकारी बिना हेलमेट दोपहिया वाहन एवं बिना सीटबेल्ट लगाये फोरव्हीलर चलाते हुए पाये जाने पर नियमानुसार चालान की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार सड़क सुरक्षा अभियान बीच-बीच में अधिकारी चलाकर जनता को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करें। इसी प्रकार ओवरलोडिंग, अनधिकृत बसों का संचालन एवं स्कूली वाहनों की चेकिंग करते रहें, जिससे इस प्रकार की संचालनों पर पूर्णविराम लगाया जा सके।
सिंह ने कहा कि सरकार की मंशा है कि प्रदेश के लोगों को सरल, सहज, सुविधाजनक, आरामदायक यात्रा सुविधा मुहैया हो। परिवहन निगम खराब बसों की उचित व्यवस्था हेतु प्राइवेट बस मालिकों से अनुबन्ध करते हुए यात्री सुविधाओं में बढ़ोत्तरी हेतु प्रयास करें। उन्होंने कहा कि सरकारी बसों को संचालन हेतु तभी अनुमति दें जब वह पूरी तरह से फिट हों। अनफिट बसें किसी भी परिस्थिति में संचालन हेतु उपलब्ध न करायें।
दयाशंकर सिंह ने कहा कि निगम की अनुबंधित ढ़ाबों पर प्रिन्ट मूल्य पर भोजन, स्नैक्स एवं अन्य सुविधायें मिलें अधिकारी इस बात को सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि शिकायतें आ रही हैं कि कुछ बसें अनुबन्धित ढ़ाबों पर न रूककर गैर अनुबंधित ढ़ाबों पर रूक रही हैं। उन्होंने कहा कि फूड इन्सपेक्टर को अनुबंधित ढ़ाबों की लिस्ट दी जाए और उनसे नियमित अंतराल पर ढ़ाबों पर मिलने वाले भोजन एवं पानी की गुणवत्ता की जांच कराई जाए।
सिंह ने कहा कि प्रशमन शुल्क की वसूली जिन जनपदों में निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष कम है उन जनपदों के अधिकारियों को चेतावनी पत्र जारी करते हुए उनसे स्पष्टीकरण लिया जाए। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार सड़क सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय को, जो अधिकारी गम्भीरता से न ले रहे हों, उनके खिलाफ भी स्पष्टीकरण पत्र जारी करें।
प्रमुख सचिव परिवहन वेंकटेश्वर लू ने परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के पिता के निधन पर शोक व्यक्त किया और सभी अधिकारियों से आग्रह किया कि वे दो मिनट का मौन रखकर पुण्यात्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना करें।
वेबिनार के दौरान एमडी परिवहन निगम आर0पी0 सिंह, अपर प्रबंध निदेशक अन्नपूर्णा गर्ग सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।