नई दिल्ली (मानवी मीडिया): लंबे समय से इंतजार कर रहे देशभर के लाखों छात्रों के लिए यूजीसी नेट का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। यूजीसी नेट परीक्षा के विषय में जानकारी देते हुए यूजीसी चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने बताया कि जून 2022 और दिसंबर 2021 के संयुक्त सत्र के लिए शेड्यूल तैयार किया गया है। यह परीक्षा 8 जुलाई से 14 अगस्त तक होगी। देशभर में अलग-अलग जगहों पर परीक्षा केंद्रों की कुल संख्या में 100 फीसदी से भी अधिक की वृद्धि की गई है। यूजीसी चेयरमैन के मुताबिक परीक्षाएं 8, 9, 11, 12 जुलाई और 11, 12, 13, 14 अगस्त को आयोजित की जाएंगी। ये परीक्षाएं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा ली जाएंगी।
यूजीसी नेट जून 2022 और दिसंबर 2021को मर्ज कर दिया गया है। यही कारण है कि अब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा संयुक्त परीक्षा ली जानी है। गौरतलब है कि इस बार यूजीसी-नेट दिसंबर 2021 और जून 2022 की संयुक्त परीक्षा आयोजित करवाई जा रही है।
यूजीसी नेट की परीक्षा इस वर्ष देशभर के 500 से अधिक शहरों में आयोजित की जाएगी। यूजीसी नेट की परीक्षा आयोजित करवाने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने फैसला किया है कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार दोगुनी से भी अधिक होगी। यह फैसला सोशल डिस्टेंसिंग के प्रावधानों का पालन एवं छात्रों की संख्या के मद्देनजर लिया गया है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के मुताबिक, यूजीसी नेट के लिए परीक्षा केंद्रों में 126 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। पिछली बार जहां देशभर में 239 स्थानों पर यह परीक्षा आयोजित की गई थी, वहीं इस वर्ष यूजीसी नेट की परीक्षा देशभर के 541 अलग-अलग स्थानों पर आयोजित की जा रही है। वहीं यूजीसी नेट की परीक्षा में एक नया विषय ‘हिंदू स्टडीज’ भी शामिल किया गया है। इससे पहले बनारस हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा हिंदू अध्ययन पर एक विशेष पाठ्यक्रम शुरू किया गया है।
यूजीसी नेट परीक्षा भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेज में सहायक प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के पद के लिए पात्रता निर्धारित करने के लिए आयोजित की जाती है। यूजीसी नेट की है परीक्षाएं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा ली जाती हैं। इसके लिए भारतभर में विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर ऑनलाइन मोड में यूजीसी नेट की परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस वर्ष यूजीसी-नेट ब्यूरो ने सूची में एक और विषय हिंदू अध्ययन जोड़ा है। यूजीसी के मुताबिक, अब इसके लिए भी उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं।