यूपी (मानवी मीडिया) आज शांति से जुमे की नमाज बीत गई। उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह का दावा सही साबित हुआ कि पुलिस पिछलीं गलतियां न दोहराते हुए अगर इसका पालन करें तो प्रदेश मे पत्ता तक नहीं हिलेगा। उन्होंने एक मीडिया चैनल को बताते हुए कहा था कि इबादत के घर में पत्थरबाजी अस्वीकार्य है। उन्होंने साथ ही यूपी पुलिस को टिप्स भी दिए थे।
पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने कहा था कि प्रिवेंटिव अरेस्ट, प्रिवेंटिव एक्शन लें, छतों पर ड्यूटियां लगाए ड्रोन कैमरा के साथ जिनमें डिवाइस लगे हों उनकी व्यवस्था करें। थानों में सांप्रदायिक सूचना रजिस्टर,सांप्रदायिक गुंडा रजिस्टर, सांप्रदायिक अपराधी रजिस्टर, विलेज़ क्राइम रजिस्टर, गोपनीय डायरी, को खंगालें जिनसे चिन्हित अपराधियों की जानकारी मिले। पिछले 25 साल के असमाजिक तत्वों से पूछताछ करें। एक्सेसिव इंटेलिजेंस लें। शरारती तत्वों को जेल भेजें।
उन्होंने कहा था कि यूपी में कानून व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस को और सतर्क होने की जरूरत है। इसके साथ ही पुलिस अधिकारियों को इसके लिए पहले से ही कड़े कदम उठाने पड़ेंगे। उनका कहना है कि यूपी के अपराधियों को किसी अन्य राज्य भेजें और वहां के अपराधी यूपी ले आएं तो अपराधियों के मंसूबे फेल हो जाएंगे। ये राजनीति का अवसर नहीं है. ये स्थिति को सामान्य करने का अवसर है।
प्रदेशभर में रही शांति
शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद पूरे प्रदेशभर में शांति से हुई। कहीं कोई उपद्रव की सूचना नहीं सामने आई। हालांकि यूपी पुलिस हाई अलर्ट पर थी। संवेदनशील इलाकों में पुलिस का कड़ा पहरा रहा। ड्रोन से मस्जिद और आसपास इलाकों की निगरानी की गई। नमाज से पहले फ्लैग मार्च और पुलिस ने गश्त किया।