लखनऊ (मानवी मीडिया) उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मंगलवार को पत्रकार सचिन त्रिपाठी द्वारा ' लखनऊ विद्यालय- शून्य से सौ तक' शीर्षक पुस्तक का विमोचन करते हुए कहा कि पुस्तकें गुरु की भूमिका का निर्वाह करती हैं, इस दृष्टि से लखनऊ विश्वविद्यालय पर लिखित इस पुस्तक ने विश्वविद्यालय के अतीत एवं वर्तमान का कुशलतापूर्वक चित्रण करते हुए बहुत बड़ी कमी को पूरा किया है। उत्तर प्रदेश में 100 साल पूरे कर चुके अन्य विश्वविद्यालयों पर भी ऐसी पुस्तक लिखी जानी चाहिए। ब्रजेश पाठक ने ' लखनऊ विश्वविद्यालय शून्य से सौ तक' पुस्तक का अपने सरकारी आवास पर विमोचन किया। ब्रजेश पाठक लखनऊ विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष रह चुके हैं, इसलिए वह पुस्तक का विमोचन करते हुए अपने छात्र जीवन की यादों में खो गए और उन्होंने अनेक रोचक संस्मरण सुनाए।
कार्यक्रम का आयोजन अखिल भारतीय हिंदी पत्रकार संघ एवं रंगभारती द्वारा किया गया। दोनों संस्थाओं के अध्यक्ष श्याम कुमार ने सचिन त्रिपाठी की पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि लखनऊ विश्विद्यालय एवं उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा इसके लिए सचिन त्रिपाठी को विशेष सम्मान दिया जाना चाहिए। सचिन त्रिपाठी ने पुस्तक के महत्वपूर्ण विन्दुओं पर प्रकाश डाला। इस पुस्तक में लखनऊ विश्वविद्यालय की स्थापना, इससे जुड़े रोचक तथ्य और दुर्लभ फोटो का संग्रह भी है। पुस्तक में सौ वर्ष की पूरी यात्रा, इसके पदाधिकारियों और प्रमुख घटनाओं को शामिल किया गया है।