अधिवक्ता रवि मौर्या का आरोप है कि 5 जून 2022 को कलेक्ट्रेट तिराहे के पास मियांपुर चौकी इंचार्ज व अन्य पुलिसकर्मियों ने उनकी पिटाई की थी।मियांपुर चौकी पर ले जाकर अभद्र व्यवहार किया था।थानाध्यक्ष लाइन बाजार ने चौकी इंचार्ज के खिलाफ रिपोर्ट लिखने व अधिवक्ता का मेडिकल कराने से इंकार कर दिया था।दूसरे दिन अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए कार्य बहिष्कार किया था। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से मांग की थी कि चौकी इंचार्ज के खिलाफ त्वरित कानूनी कार्यवाही की जाय।लेकिन चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई।शुक्रवार को जब चौकी इंचार्ज दीवानी कोर्ट आकर सीजेएम ऑफिस के पास बैठे थे। जैसे ही इसकी भनक अधिवक्ताओं को लगी काफी संख्या में अधिवक्ता वहां पहुंच गए और चौकी इंचार्ज से दुर्व्यवहार के संबंध में पूछताछ करने लगे।बाताकही बढ़ने पर अधिवक्ताओं ने चौकी इंचार्ज की पिटाई कर दी।वह भागकर सीजेएम ऑफिस में चले गए।कुछ वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने बीच बचाव किया।चौकी इंचार्ज द्वारा खेद जताने पर मामला शांत हुआ।
लखनऊ (मानवी मीडिया) जौनपुर दीवानी कोर्ट परिसर में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया जब आक्रोशित अधिवक्ताओं ने मियांपुर चौकी इंचार्ज की पिटाई कर दी।चौकी इंचार्ज सीजेएम ऑफिस में भाग कर खुद को सुरक्षित किया।सूचना पाकर सीओ,थानाध्यक्ष तथा काफी संख्या में पुलिस बल कोर्ट पहुंचे।अधिवक्ताओं के आक्रोश को देख पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए।चौकी इंचार्ज ने अधिवक्ता से माफी मांगी।तब जाकर अधिवक्ताओं का गुस्सा शांत हुआ।किसी प्रकार पुलिसकर्मी चौकी इंचार्ज को लेकर कोर्ट परिसर से बाहर गए।अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।