मुख्यमंत्री योगी ने जनपद लखनऊ के बोर्ड परीक्षाओं के अन्तर्गत इण्टरमीडिएट परीक्षा-2022 के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। इनमें उत्तर प्रदेश में 5वीं रैंक तथा लखनऊ जनपद में प्रथम रैंक प्राप्त करने वाली स्वाति गोस्वामी सहित भूवी सिंह, दीपांशू, प्रज्ञा यादव, अन्या यादव, सताक्षी बाजपेयी, अंकित कुमार, शुभम यादव, अभय कुमार, अनुष्का द्विवेदी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में सफलता के लिए अनुशासन का बड़ा महत्व है। नियम और संयम आपको किसी भी क्षेत्र में सफलता दिलाने के लिए महत्वपूर्ण आधार होता है। यह अच्छे स्वास्थ्य की भी पहली आधारशिला है। इसके लिए छात्रों को समय प्रबन्धन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। दिनचर्या में सोकर उठने से लेकर सोने तक का पूरा टाइम टेबल तय होना चाहिए। सुबह जल्दी उठें और रात्रि में अध्ययन के उपरांत समय से सोएं, नियमित रूप से यौगिक क्रियाओं का अभ्यास करें, यह आपके मन और काया को स्वस्थ और तरोताजा रखेगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रत्येक कार्य का अपना समय होता है। अतः सभी कार्य समय पर होने चाहिए। यह अनुशासन का भी प्रतीक होता है। अनियमित दिनचर्या से व्यक्ति शीघ्र ही रूग्ण हो जाता है और रोगी काया से व्यक्ति किसी लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तय पाठ्यक्रम के अलावा विद्यार्थियों को देश-दुनिया की समसामयिक स्थिति से अपडेट रहना चाहिए। इसके लिए अखबार एक अच्छा माध्यम है। अपनी दिनचर्या में कुछ समय अखबार पढ़ने के लिए जरूर रखें। अखबारों के सम्पादकीय पृष्ठ विचारों से परिपूर्ण होते हैं। अलग-अलग विचारों को पढ़कर आप किसी विषय में अपना नजरिया तय कर सकते हैं। यह आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगा। इससे आप अपने को सदैव अपडेट रख सकेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि खेलकूद के साथ-साथ लाइब्रेरी भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। विद्यार्थियों को लाइब्रेरी अवश्य जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इण्टरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आप ग्रेजुएशन में प्रवेश कर रहे हैं। अब आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करेंगे। अगर आप स्वयं को अपडेट रखेंगे, तो आपका कम्पटीशन आसान हो जाएगा और इस कार्य में न्यूजपेपर आपकी बहुत मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में यह आत्मविश्वास होना चाहिए कि वे परीक्षा में पास हो जाएंगे। तैयारी करके परीक्षा देनी चाहिए, हिम्मत नहीं हारनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा अभिनव प्रयास करते हुए प्रतिवर्ष ‘परीक्षा पे चर्चा’ की जाती है। विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को यह चर्चा जरूर सुननी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा लिखित ‘एक्जाम वॉरियर’ पुस्तक आपको दी जाएगी, इसे पढ़ें। यह आपको परीक्षा की चुनौती का सामना करने में सहायक होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यालय और घर दोनों जगह का वातावरण विद्यार्थियों के व्यक्तित्व पर असर डालता है। अतः शिक्षक हों या अभिभावक सकारात्मक माहौल बनाए रखने का प्रयास करें। सभी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे, तो इसके अच्छे परिणाम आएंगे। महत्वपूर्ण यह भी है कि विद्यार्थी घर पर स्वाध्याय जरूर करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक के पढ़ाने की शैली विषय की ग्राह्यता पर प्रभाव डालती है। शिक्षण संस्थाओं को चाहिए कि रोचक ढंग से पढ़ाएं। अध्ययन में अपेक्षाकृत कमजोर बच्चों के लिए विशेष कक्षाएं चलाई जानी चाहिए। इसके लिए सभी शिक्षण संस्थानों को संस्थान में पढ़ने वाले प्रत्येक विद्यार्थी का मूल्यांकन करने का एक मैकेनिज्म बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी का प्रयोग किया जाना चाहिए। दूरदर्शन व अन्य चैनलों में पाठ्यक्रम से जुड़े कार्यक्रमों का प्रयोग बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने में किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षण संस्थान छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए शासन की योजनाओं से उन्हें अवगत कराने का कार्य अवश्य करें। केंद्र व राज्य सरकार द्वारा छात्रों/युवाओं के हित मे अनेक योजनाएं संचालित की जाती हैं। इनमें मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, स्टैंड अप योजना, स्टार्ट अप योजना, मुद्रा योजना, डिजिटल इंडिया आदि योजनाओं का बड़ी संख्या में युवाओं ने लाभ लिया है। प्रत्येक शिक्षण संस्थान ऐसी व्यवस्था बनाये कि विद्यालयों में इन योजनाओं की जानकारी छात्रों को मिल सके। इसके लिए योजना का पूरा विवरण जैसे, उद्देश्य, अर्हता, आवेदन का तरीका आदि की पूरी जानकारी दें। प्रातःकालीन प्रार्थना सभा इसके लिए उचित अवसर हो सकती है। इससे विद्यार्थी शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना संचालित की जा रही है। इसके अन्तर्गत छात्रों को नीट, जे0ई0ई0, यू0पी0एस0सी0, यू0पी0पी0एस0सी0, एन0डी0ए0, सी0डी0एस0 सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क तैयारी कराई जाती है। इसकी विशेषता यह है कि इसका संचालन उनके द्वारा किया जाता है, जिन्होंने सम्बन्धित परीक्षा को उत्तीर्ण कर लिया है जैसे युवा आई0ए0एस0, आई0पी0एस0, पी0सी0एस0, पी0पी0एस0 अधिकारी, युवा डॉक्टर, नव चयनित इंजीनियर्स आदि। यह अभिनव कोचिंग वर्चुअल और फिजिकल दोनों मोड में चलती है। स्कूलों में बच्चों को इसकी जानकारी दी जानी चाहिए। इससे बहुत सी अच्छी जानकारियां विद्यार्थियों को हो सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में कैरियर की बेहतरीन सम्भावनाएं हैं। आपको अपनी प्रतिभा, क्षमता और रुचि को जानकर लक्ष्य तय करने की जरूरत है। मेहनत कीजिये, इसका दूसरा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा अक्सर देखने में आता है कि परीक्षा पर फोकस करते हुए विद्यालय नोट्स बनाकर देने में अधिक विश्वास करते हैं। इससे बचा जाना चहिए। विषय के विस्तार में जाकर विद्यार्थियों को पूरी जानकारी दें। परीक्षा पैटर्न की जानकारी भी अभिभावकों और विद्यार्थियों को दी जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सफलतम व्यक्ति छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देता है और गलतियों का तत्काल परिमार्जन करता है। लापरवाही अथवा अति आत्मविश्वास असफलता का मुख्य कारक है। विद्यार्थियों को इन सभी बातों को ध्यान में रखना चाहिए। कक्षा में नियमित रूप से उपस्थित रहना चाहिए, स्कूल नियमित जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता है। यह सकारात्मक और सार्थक होना चाहिए। जीवन में कभी भी चैलेंज से घबराना नहीं चाहिए। तनाव मुक्त होकर चुनौतियों का सामना करने से वे आसान हो जाती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शीघ्र ही राज्य सरकार समारोह आयोजित कर बोर्ड के होनहार विद्यार्थियों का सार्वजनिक सम्मान करेगी। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों के विद्यार्थियों का नाम मेरिट सूची में आया है, उन विद्यालयों के पठन-पाठन की बेस्ट प्रैक्टिसेज पर आधारित प्रस्तुतीकरण अन्य विद्यालयों के समक्ष किया जाना चाहिये। इस सम्बन्ध में उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
कार्यक्रम में अभिभावकों और प्राचार्यों ने भी अपने अनुभव साझा किए। मुख्यमंत्री ने टॉपर विद्यार्थियों से उनकी भावी योजनाओं की जानकारी ली और शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव सूचना संजय प्रसाद, अपर निदेशक सूचना अंशुमान राम त्रिपाठी सहित जनप्रतिनिधिगण एवं वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।