बताया जा रहा है कि वायनाड में गांधी के कार्यालय के खिलाफ सत्तारूढ़ माकपा की छात्र शाखा एसएफआई का विरोध मार्च उस वक्त हिंसक हो गया, जब प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने सांसद के कार्यालय में प्रवेश किया और कथित तौर पर तोड़फोड़ की। मामले में एक्शन लेते हुए पुलिस ने आठ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। घटना के बाद पथराव और लाठीचार्ज में एक पुलिस अधिकारी के घायल होने की सूचना भी मिली है। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि उनका कहना है कि वे बफर जोन के मुद्दे पर आंदोलन कर रहे हैं। मुझे नहीं पता कि इस मामले में राहुल गांधी की क्या भूमिका है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार, अगर उस मुद्दे में कुछ भी करने योग्य हो सकता है, तो वह केरल के सीएम द्वारा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वायनाड के आम लोगों को देखकर राहुल गांधी ने हस्तक्षेप के लिए सीएम को पत्र लिखा। उन्होंने पीएम को पत्र भी लिखा है, लेकिन हमें समझ नहीं आता कि ये एसएफआई लड़के किस हिसाब से राहुल गांधी के दफ्तर तक मार्च कर रहे हैं और हमला कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पुलिस की मौजूदगी में हुआ। यह सीपीएम नेतृत्व की स्पष्ट साजिश है। पिछले 5 दिनों से ईडी उनसे पूछताछ कर रही है उसके बाद मुझे नहीं पता कि केरल सीपीएम कांग्रेस या राहुल पर हमला करने के नरेंद्र मोदी वाले रास्ते पर क्यों जा रही है? मुझे लगता है कि सीताराम येचुरी आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
नई दिल्ली( मानवी मीडिया): केरल के वायनाड में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के कार्यालय में तोड़फोड़ हुई। भारतीय युवा कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की गई है। इस बारे में कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाली ने बताया कि आज दोपहर एसएफआई कार्यकर्ताओं और नेताओं के एक समूह वायनाड सांसद राहुल गांधी के कार्यालय में घुस गए और जमकर तोड़फोड़ की। इतना ही नहीं इस दौरान उन्होंने कार्यालय के लोगों, राहुल गांधी के कर्मचारियों पर बेरहमी से हमला किया। हमें इसका कारण नहीं पता। वहीँ, घटना की मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने निंदा की है।