नई दिल्ली (मानवी मीडिया) इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने अब रसोई गैस सिलेंडर का एक विकल्प प्रदान किया है। आईओसी ने घर के अंदर इस्तेमाल किया जाने वाला सौर चूल्हा पेश किया। इस चूल्हे की खास बात यह है कि इसे रात में भी प्रयोग किया जा सकता है। यह सौर चूल्हा घर के बाहर लगे पैनल से सोलर एनर्जी स्टोर कर लेता है, जिससे बिना धूप में बैठे दिन के तीन वक्त फ्री में खाना पकाया जा सकता है।
पारंपरिक ईंधन के विकल्प के रूप में देखा जा रहा
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी के आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में इस सौर चूल्हे पर पका खाना परोसा गया। पुरी ने कहा कि इस चूल्हे को खरीदने की लागत के अलावा रख-रखाव पर कोई खर्च नहीं है और इसे पारंपरिक ईंधन के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। फरीदाबाद में आईओसी के अनुसंधान और विकास विभाग ने विकसित किया है।
नहीं रखना होगा धूप में
आईओसी के निदेशक (आरएंडडी) एस एस वी रामकुमार ने कहा कि इस चूल्हे को ‘सूर्य नूतन’ नाम दिया गया है। रामकुमार ने कहा कि यह चूल्हा सौर कुकर से अलग है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इसे धूप में नहीं रखना होता है। सूर्य नूतन चूल्हे से चार सदस्यों वाले परिवार के लिए तीन समय का खाना आसानी से बनाया जा सकता है।
ऐसे करता है काम
सूर्य नूतन चूल्हे को धूप में रखने की जरूरत नहीं है। यह चूल्हा छत पर लगी सोलर प्लेट से एक केबल के जरिए जुड़ा रहता है। सोलर प्लेट से जो ऊर्जा पैदा होती है, वह केबल के जरिए चूल्हे तक आती है। इससे सूर्य नूतन चलता है। सोलर प्लेट सौर ऊर्जा को पहले थर्मल बैटरी में स्टोर करती है, इसी कारण सूर्य नूतन से रात में भी खाना बनाया जा सकता है। *कीमत होगी बहुत कम
आईओसी ने अभी सूर्य नूतन का आरंभिक मॉडल पेश किया गया है। कमर्शियल मॉडल अभी लॉन्च होना बाकी है। फिलहाल देशभर में 60 जगहों पर इसकी टेस्टिंग की गई है। आईओसी के अनुसार सूर्य नूतन की कीमत 18,000 रुपये से 30,000 रुपये के बीच होगी इस पर सरकार सब्सिडी भी देगी। सब्सिडी के बाद इसकी कीमत 10,000 से 12,000 रुपये के बीच हो सकती है।