लखनऊः (मानवी मीडिया)उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज जनपद बाराबंकी में मुस्कान ड्रीम क्रियेटिव फाउण्डेशन के प्रोजेक्ट डिजिटल शाला का लोकार्पण किया। हिन्द मेडिकल कालेज, बाराबंकी में आयोजित इस लोकार्पण समारोह में सम्बोधित करते हुए राज्यपाल जी ने शिक्षकों को प्रौद्योगिकी के प्रभावी उपयोग पर आधारित डिजिटल कौशल और प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु डिजिटल शाला प्रोजेक्ट का माडल बाराबंकी के 75 स्कूलों में लागू करने पर प्रसन्नता व्यक्त की और इसे उत्तर प्रदेश के सभी स्कूलों में लागू किए जाने के स्तर का बताया। उन्होंने कहा कि मुस्कान ड्रीम सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए डिजिटल सीखने के अवसरों को साकार करके और शिक्षकों को डिजिटल प्रणाली में सशक्त बनाकर उनके बीच की दूरी समाप्त करने का समाधान कर रहा है। डिजिटल शाला शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता और दक्षता प्रदान करने के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक महत्वपूर्ण पोर्टल है। इस पोर्टल का मुख्य उद्देश्य शिक्षा को बढ़ावा देना और इसे डिजिटल माध्यम से जोड़ना है।
राज्यपाल ने डिजिटल पोर्टल की जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षक इस पोर्टल पर छात्रों के प्रोफाइल का प्रबन्धन कर सकते हैं और शैक्षणिक परिणाम बना सकते हैं। छात्र शाला पोर्टल में लॉग इन कर सकते हैं और सूचनात्मक वीडियो के साथ समृद्ध वातावरण में सीख सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश में आज एक तरफ इनोवेशेन का जुनून है तो दूसरी तरफ उन इनोवेशन को तेजी से स्वीकार करने का जज्बा भी है। वैश्विक महामारी कोविड-19 के परिणामस्वरूप ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा मिला। हमने शिक्षण के नए तरीके ऑनलाइन शिक्षण पद्धति को अपनाना सीख लिया है, ऑनलाइन शिक्षा को आउटकम आधारित बनाने की दिशा में निरंतर कार्य किया जाना जरुरी है। टीचर्स डेवलपमेंट प्रोग्राम, न्यू टेक्नोलॉजी, टीचिंग लार्निंग के क्वालिटी बेंच मार्क बनाकर कार्य किया जाए।
उन्होंने नई शिक्षा नीति में ऑनलाइन शिक्षा को विशेष स्थान मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि यह नीति हमारे देश को सतत् विकास के लिए अग्रसर करेगी।
इस अवसर पर प्रदेश के खाद्य एवं रसद तथा नागरिक आपूर्ति मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश चन्द्र शर्मा ने मुस्कान ड्रीम फाउण्डेशन द्वारा ‘डिजिटल शाला प्रोजेक्ट’ को बाराबंकी में प्रारम्भ करने पर टीम के सभी सदस्यों और प्रभारियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा ये वास्तव में आत्मनिर्भर भारत के लिए देश के प्रधानमंत्री की कल्पना को साकार करने की दिशा में बढ़ाया गया कदम है।
इस अवसर पर सांसद लल्लू सिंह, मुस्कान ड्रीम फाउण्डेशन के संस्थापक और सीईओ अभिषेक दुबे, एक्यूइटी नॉलेज पार्टनर्स के सीएचआरओ अवधेश दीक्षित, शिक्षक एवं विद्यार्थी भी उपस्थित थे।