इस फैसला के बाद अब सेना में 4 साल सेवा देने के बाद अग्निवीरों के लिए केंद्रीय बलों और असम राइफल्स में भर्ती के दरवाजे खुल जाएंगे। साथ ही इस केंद्रीय बलों जैसे सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआईएसफ, आइटीबीपी, एसएसबी और असम राइफल्स में करीब मौजूदा 73,000 रिक्त पदों को भरने में सहायता मिलेगी। वहीं केंद्रीय बलों और असम राइफल को प्रशिक्षित युवाओं की सेवा मिल पाएगी, जो पहले से ही ट्रेनिंग पा चुके होंगे।
नई दिल्ली(मानवी मीडिया): केंद्र सरकार द्वारा लाइ गई ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर देश भर में बवाल मचा है। योजना के विरोध में कई शहरों में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। ऐसे में गृहमंत्री अमित शाह ने साफ कर दिया है कि अग्निपथ योजना के तहत सेना के तीनों अंगों में सेवा देने के चार साल बाद अग्निवीरों के लिए रास्ते बंद नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि अग्निवीर योजना में चार साल पूरा करने वाले अग्निवीरों को केंद्रीय बलों और असम राइफल्स में भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि गृह मंत्रालय के इस निर्णय से अग्निपथ योजना से प्रशिक्षित युवा आगे भी देश की सेवा और सुरक्षा में अपना योगदान दे पाएंगे। उन्होंने कहा कि इस निर्णय पर विस्तृत योजना बनाने का काम शुरू हो गया है।