अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि 2025 का महाकुम्भ भारत और उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से दुनिया को परिचित कराने का बेहतरीन अवसर है। महाकुम्भ 2025 का भव्य आयोजन हो। आजादी का अमृत महोत्सव और महाकुम्भ 2025 को ध्यान में रखते हुए संगम क्षेत्र के साथ ऐतिहासिक विरासतों व पौराणिक धार्मिक स्थलों के जीर्णाेद्धार कार्य तेजी से सम्पन्न किया जाए।
उन्होंने कहा कि ढाई साल बाद होने वाले महाकुम्भ में देश और विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ेगी। पार्किंग, ट्रांसपोर्ट सिस्टम, रोड कनेक्टिविटी, शुद्ध पेयजल, साफ सफाई, सैनिटेशन, अविरल और निर्मल गंगा की तैयारियों सहित अन्य तात्कालिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाये।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रयागराज को क्लीन, ग्रीन और सुंदर शहर बनाने की दिशा में काम हो। जो जन सहयोग और जन अभियान से ही संभव है। स्वच्छता, कचरा प्रबंधन, सड़क सुरक्षा, वृक्षारोपण, जल संरक्षण, पेयजल सुविधा, गंगा स्वच्छता, श्रद्धालुओं के सहयोग के लिए बड़े पैमाने पर जनप्रतिनिधियों, प्रबुद्ध वर्ग, युवाओं, महिलाओं समेत सामाजिक व धार्मिक संगठनों का जनसहयोग लिया जाए। जन जागरण के साथ मेले से जुड़े अधिकारियों व अन्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाए।
बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात तथा वीडियो काॅन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से मण्डलायुक्त प्रयागराज एवं जिलाधिकारी प्रयागराज सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
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