मुंबई (मानवी मीडिया): महाराष्ट्र की राजनीति में तनातनी काफी बढ़ गई है। ऐहतियातन मुंबई में धारा-144 लगा दिया गया है। इससे पहले एकनाथ शिंदे के गढ़ कहे जाने वाले ठाणे में भी धारा-144 लगा दी गई थी। मुंबई पहले से ही हाई अलर्ट पर है। ठाणे के बाद मुंबई में भी पुलिस अलर्ट है और कानून-व्यवस्था को कायम रखने के लिए धारा-144 लगाई गई है। पुणे में तो लोगों को प्रदर्शन करने और पोस्टर-पुतला जलाने पर रोक लगा दी गई है।
एकनाथ शिंदे को झटका
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पार्टी को बचाने की कोशिशों में जुटे हैं। इस बीच डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल ने अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया है। इससे एकनाथ शिंदे को बड़ा झटका लगा है। बागी गुट अब इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगा। वहीं, इस बीच शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र के गृह मंत्री, डीजीपी महाराष्ट्र को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि 38 विधायकों के परिवारों के सदस्यों की सुरक्षा को दुर्भावनापूर्ण रूप से वापस लिया गया है।
ताजा घटनाक्रम से पता चलता है कि बागी नेता एकनाथ शिंदे का गुट 37 विधायकों की महत्वपूर्ण संख्या तक पहुंच चुका है, जो दलबदल विरोधी कानून का उल्लंघन किए बिना विधानसभा में पार्टी को विभाजित करने के लिए पर्याप्त है। इसके साथ ही शिंदे गुट में अब 42 विधायक हो गए हैं। हालांकि, शुक्रवार की सुबह उन्होंने दावा किया था कि 50 से अधिक विधायक उनका समर्थन कर रहे हैं, जिनमें शिवसेना के 40 विधायक शामिल हैं।