नई दिल्ली (मानवी मीडिया) कुतुब मीनार पर चल रहे विवाद के बीच विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने फिर से मंदिर बनाए जाने की मांग की है। विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने गुरुवार को कहा कि स्मारक को हिंदू मंदिर के रूप में फिर से स्थापित किया जाना चाहिए। ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने बुधवार को एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र से पूजा स्थल अधिनियम 1991 के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने की मांग की, जिसकी धारा 3 पूजा स्थलों के बदलाव पर रोक लगाती है।
एएनआई से बात करते हुए, जैन ने कहा, 'महरौली का पूरा क्षेत्र दर्शाता है कि वहां हिंदू मंदिर थे। कुतुब मीनार में लौह स्तंभ के चारों ओर की दीवारों में हिंदू देवी की मूर्तियां हैं। साथ ही, कुतुब इस्लाम पर एएसआई बोर्ड का कहना है कि 27 मंदिरों को ध्वस्त कर इसे बनाया गया था।' इसके अलावा विहिप नेता ने आरोप लगाया कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने परिसर में सालों तक बिना अनुमति के नमाज अदा की।
सालों से अवैध रूप से पढ़ रहे थे नमाज
विहिप नेता ने आगे कहा कि सालों से, वे वहां अवैध रूप से नमाज पढ़ रहे थे। जब उनसे परमिशन के कागज मांगे गए तो उन्होंने दिखाने से इनकार कर दिया क्योंकि उनके पास था ही नहीं। उन्होंने हमेशा कागज दिखाने से इनकार कर दिया क्योंकि वे जानते थे कि वे गलत थे। उन्होंने कहा कि हम कुतुब मीनार स्थल पर हिंदू मंदिर, हिंदू महल या हिंदू भवन को फिर से स्थापित करने की मांग करते हैं।
अतीत की गलतियां जल्द होंगी उजागर
वहीं, वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा मस्जिद विवाद पर टिप्पणी करते हुए जैन ने कहा कि अतीत की गलतियां जल्द ही उजार हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि मामला अदालत में है लेकिन हम सभी सच्चाई जानते हैं। सच्चाई जल्द ही सामने आ जाएगी। उनकी गलतियां जल्द ही सामने आ जाएंगी।