लखनऊ (मानवी मीडिया)आज देश में जिस तरह से कमरतोड़ महंगाई बढ़ती जा रही उससे समाज के हर तबके के लोगों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन भारत के प्रधानमंत्री एवं भाजपा सरकार के नेताओं के कानों पर जूँ तक नहीं रेंग रही है। पूरे देश बढ़ती महंगाई से त्राहि-त्राहि कर रहा है। लोगों को अपनी जरूरतों को पूरा करना एक बड़ी चुनौती का सामना करना जैसा लग रहा है। पिछले लगभग तीन वर्षों से जिस तरह कोरोना ने देश की आर्थिक स्थिति को क्षति पहुंचाई है। उससे लोग अभी तक उभर भी नहीं पाये थे कि इससे पहले महंगाई ने भी अपने पैर पैसारने शुरू कर दिये हैं
उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता संजय सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बावजूद भी पेट्रोल एवं डीजल के दामों में कोई कमी नहीं दिखाई दे रही है। जबकि मोदी जी ने यह कहा था कि जैसे ही अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में कमी आयेगी वैसे ही पेट्रोल एवं डीजल के दामों में कमी आयेगी परन्तु ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। महांगाई नियंत्रण मोदी जी ने राज्य की सरकारों के भरोसे छोड़ दिया और राज्य सरकारों से आह्वान किया कि प्रदेश सरकार पेट्रोल एवं डीजल पर टैक्स कम करें। मगर उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार होने के बावजूद भी प्रधानमंत्री की अपील का कोई असर नहीं। प्रदेशवासी को महंगा पेट्रोल, डीजल खरीदने को मजबूर हैं।उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार ने वोट बटोरने के लिए सिलेण्डर तो फ्री में बांटने का प्रचार किया परन्तु जिस तरह से रसोई गैस के दामों में बढोत्तरी की उससे साफ जाहिर होता है कि उन्होंनेे सिर्फ गरीबों को ठगने की योजना बनाई थी। गैस सिलेंडर, खाने का तेल सब्जियाँ और अब आटा, हर चीज महंगी हो गयी है। लोगों को अब पेट भरना भी मुश्किल होता जा रहा है।