लखनऊ (मानवी मीडिया) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद फतेहपुर में जिला कार्यक्रम अधिकारी राजीव सिंह पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के आदेश दिए गए हैं। शासन ने जांच निदेशक, बाल विकास पुष्टाहार को सौंपी है। निदेशक को अपनी जांच रिपोर्ट के साथ कार्रवाई का प्रस्ताव शासन को एक हफ्ते में देना है।
फतेहपुर के डीपीओ राजीव सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोपों की शिकायत केन्द्रीय आवासन व शहरी कार्य राज्यमंत्री कौशल किशोर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की थी। राजीव सिंह पर पैसे के लेनदेन का आरोप लगा है। हथगाम की एक मुख्य सेविका से उनकी बातचीत की ऑडियो क्लिप वायरल हुई थी। कौशल किशोर के अलावा उनकी शिकायत उनके चालक रामगोपाल व मुख्य सेविका ने भी महिला आयोग में की थी।
हथगाम की मुख्य सेविका के साथ उनकी जो बातचीत वायरल हुई है, उसमें वह लम्बित भुगतानों को जारी करने के लिए 20-20 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं। उन पर आरोप है कि वह देर रात तक कार्यालय में बैठते हैं और बिना वजह महिला कर्मचारियों को बदनीयत से बुलाते हैं। राजीव सिंह इससे पहले भदोही में डीपीओ थे और वहां भी एक मुख्य सेविका के आरोपों के बाद ही उन्हें हटाया गया है।
मुख्य सेविका के पति ने पाक बार्डर से की शिकायत
मुख्य सेविका के पति रंजीत कनौजिया 93वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल दांतीवाड़ा-गुजरात में असिस्टेंट कमांडेंट हैं। उन्होंने निदेशक को पत्र लिख कर अपनी पत्नी के उत्पीड़न की शिकायत की है और कहा है कि उनकी पत्नी के वेतन व एरियर आदि के देयकों का भुगतान जानबूझ कर डीपीओ नहीं कर रहे हैं। वह सीमा पर तैनात है, इसलिए पत्र से इसकी शिकायत कर रहे हैं।