अफगानिस्तान (मानवी मीडिया) बीते साल सत्ता परिवर्तन के बाद तालिबान ने खुद को काफी अलग तरीके से दुनिया के सामने पेश किया था. न्यू तालिबान ने खुद को महिलाओं के लिए काफी अलग सोच का बताने की कोशिश की थी. लेकिन अब तालिबान का शासन शुरू होने का एक साल भी पूरा नहीं हुआ और इस संगठन ने अपना असली चेहरा दिखाना शुरू कर दिया है. तालिबान ने महिलाओं के पहनावे को लेकर एक नया फरमान जारी कर दिया है.
महिलाओं को पहनना होगा बुर्का
हालांकि जैसा कि अफगानिस्तान ने अपनी सत्ता की दूसरी पारी की शुरुआत में दुनिया भर के सामने ये दावा किया था कि वह बेहतर होकर लौटा है. लेकिन शनिवार को एक नया नियम लागू किया गया है जिसमें तालिबान के सर्वोच्च नेता ने महिलाओं को सार्वजनिक रूप से बुर्का पहनने का आदेश सुनाया है. जिससे यह साफ हो चुका है कि तालिबान के इरादे कभी नहीं बदलने वाले.
पुरुषों के लिए भी ये कानून
सिर्फ महिलाओं के लिए ही नहीं बल्कि पुरुषों के लिए भी तालिबान ने अपना सख्त रवैया दिखाना शुरू कर दिया है. इससे पहले हाल ही में नौकरी करने वाले पुरुषों के लिए सिर पर टोपी, दाढ़ी और टखने से ऊपर पेंट पहनना अनिवार्य किया जा चुका है.
स्कूलों में नहीं होगा को-एजुकेशन
बीते दिनों एक आदेश के जरिए तालिबान ने ये साफ किया था कि स्कूलों में लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग कक्षाएं रहनी अनिवार्य हैं. इसके पीछे तालिबान ने बताया था कि स्कूल में महिला और पुरुष छात्र एक-दूसरे को न देख सकें, क्योंकि इससे पढ़ाई में व्यधान होता है.
महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान
आपको बता दें कि तालिबान ने वर्ष 1996-2001 के पिछले शासन काल में भी महिलाओं पर इसी तरह की सख्त पाबंदी लगाई थी. तालिबान के आचरण और नैतिकता मंत्री खालिद हनाफी ने कहा, 'हम चाहते हैं कि हमारी बहनें सम्मान और सुरक्षा के साथ रहें.'