बाराबंकी (मानवी मीडिया) साथ काम करने वाली महिला सिपाही से प्रेम कर विवाह करने की बात कहकर शारीरिक शोषण किया। इतना ही नहीं बहन का विवाह करने के नाम पर चार लाख रुपये भी ले लिया। मगर जब महिला सिपाही ने उससे विवाह करने की बात कही तो वह मुकर गया और गाली-गलौज के साथ मारपीट की। इसे लेकर महिला सिपाही ने कोठी थाने में तैनात सिपाही व उसके परिजनों पर दुराचार व धन हड़पने का अभियोग पंजीकृत कराया है। मंगलवार देर शाम हरिजन एक्ट के साथ दुराचार व ठगी का मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है।
महिला सिपाही के मुताबिक वह 2019 से कोठी थाने में तैनात थी। वहीं पर मुरादाबाद जनपद के थाना भगतपुर अंतर्गत बाबूपुर चांदपुर निवासी सचिन कुमार पुत्र ऋषि पाल सिंह भी तैनात थे। महिला सिपाही के मुताबिक कोठी थाने में तैनाती के दौरान सचिन कुमार उसे शादी का झांसा देकर लगातार संबंध बनाता रहा। महिला सिपाही ने बताया कि इसी दौरान सचिन ने बहन की शादी में आर्थिक संकट बताते हुए चार लाख रुपये मांगे। जिस पर मैने चार लाख रुपये उसे दे दिए।
शादी से मुकरा तो दर्ज कराया मुकदमा
महिला सिपाही ने बताया कि सचिन ही नहीं उसका पूरा परिवार हम लोगों के संबंधों को जानता था। उसके बहन के विवाह के बाद मैने विवाह करने की बात कही। तो वह मुकर गया। इतना ही नहीं गाली-गलौज करके उसके साथ मारपीट की। विरोध करने पर सचिन ने जान से मारने की धमकी दी। महिला सिपाही ने पूरे मामले में रामसनेहीघाट थाने में तहरीर देते हुए सचिन ही नहीं उसके माता-पिता, भाई-भाभी तथा बहन को भी नामजद करते हुए तहरीर दी। महिला सिपाही ने कहा कि पूरे परिवार ने उसे मारपीट कर भगाया था। महिला सिपाही की तहरीर पर रामसनेहीघाट पुलिस ने दुराचार, मारपीट करने, धोखाधड़ी के साथ ही जान से मारने की धमकी तथा एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।
फरार हुआ सिपाही
महिला सिपाही के साथ दुराचार व हरिजन एक्ट मामले में दर्ज मुकदमें की विवेचना पुलिस उपाधीक्षक रघुवीर सिंह करेंगे। जब मुकदमा होने के बाद अधिकारियों ने सिपाही सचिन को लेकर कोठी थाने में पूछताछ की तो पता चला कि रात से ही वह थाने से गायब है। बताया जाता है कि मुकदमा दर्ज होने की भनक पाते ही सिपाही सचिन फरार हो गया है।