नई दिल्ली (मानवी मीडिया) एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का विवादों से पुराना नाता रहा है। उनके बयान अक्सर विवाद खड़ा कर देते हैं। इन दिनों ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को लेकर देश में मुगलकाल के इतिहास को लेकर बहस छिड़ी हुई है। असदुद्दीन ओवैसी ने मुसलमानों और मुगलकाल को लेकर बड़ा दावा किया है। ओवैसी ने अपने फेसबुक पोस्ट में इतिहास और मुगलकाल को लेकर कुछ ऐसा लिखा जिसने हंगामा मचा दिया। उन्होंने लिखा कि भारत के मुसलमानों का मुगलों से कोई रिश्ता ही नहीं है, लेकिन ये बताओ मुगल बादशाहों की बीवियां कौन थीं? उनके इस पोस्ट के बाद नया विवाद खड़ा हो गया है। आइए आपको बताते हैं ओवैसी से जुड़े पांच बड़े विवाद, जिनपर देश में सियासी संग्राम छिड़ चुका है।
कर्नाटक में हिजाब पहनकर स्कूल कॉलेज में मुस्लिम छात्राओं के प्रवेश पर हुए विवाद के बीच ओवैसी ने ऐसा बयान दिया जिस पर खासा हंगामा मचा। 13 फरवरी 2022 को यूपी में एक सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने दावा किया कि एक दिन देश की प्रधानमंत्री हिजाब पहनने वाली महिला बनेगी। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, अगर हमारी बेटियां ये फैसला करती हैं कि अब्बा या अम्मी मैं हिजाब पहनना चाहती हूं। अब्बा-अम्मी भी कहेंगे कि बेटा तू पहन हिजाब हम भी देखेंगे कि तुझे कौन रोकता है। हिजाब पहनेंगे और कॉलेज जाएंगे, डॉक्टर भी बनेंगे, कलेक्टर भी बनेंगे, एसडीएम भी बनेंगे, बिजनेसमैन भी बनेंगे और एक दिन तुम याद रखना, शायद मैं ज़िंदा नहीं रहूंगा, तुम देखना इस देश की बच्ची हिजाब पहनकर प्रधानमंत्री बनेगी।
बनाओ दो बच्चे का कानून, हम देखते हैं...
18 दिसंबर 2021 को ओवैसी ने मेरठ में एक और विवादित बयान दिया। ओवैसी ने शादी की उम्र 18 की बजाए 21 वर्ष किए जाने के मुद्दे पर तीखा तंज कसते हुए कहा था कि 18 साल में लोग मोदी को वोट दे सकते हैं, लेकिन शादी नहीं कर सकते। ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा कि शारीरिक संबंध तो बना सकते हैं, लेकिन शादी नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि इस्लाम में तो जब तक बेटी राजी नहीं होती, शादी नहीं होती। कई देशों में तो 14, 16 की उम्र में ही शादियां हो जाती हैं। जनसंख्या नियंत्रण को लेकर ओवैसी ने चुनौती देते हुए कहा कि बनाओ दो बच्चे का कानून, हम देखते हैं।
मोदी-योगी हमेशा नहीं रहेंगे, तब तुम्हें कौन बचाएगा
असदुद्दीन ओवैसी ने 25 दिसंबर 2021 की कानपुर में एक चुनावी सभा के दौरान भी विवादित बयान दिया था। रैली के दौरान ओवैसी ने यूपी पुलिस सेधमकी भरे लहजे में कहा, हम मुसलमान तुम्हारे जुल्म को भूलने वाले नहीं हैं। हम तुम्हारे जुल्म को याद रखेंगे और अल्लाह तुम्हें अपनी ताकत के जरिए नेस्तनाबूद कर देगा। याद रखो, हमेशा योगी मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे, मोदी हमेशा नहीं रहेंगे। हम मुसलमान वक्त के चलते खामोश जरूर हैं लेकिन भूलेंगे नहीं। हम याद रखेंगे, हालात बदलेंगे.. तब तुमको कौन बचाने आएगा जब योगी मठ में चले जाएंगे, मोदी पहाड़ों में चले जाएंगे।
भारत माता की जय नहीं बोलूंगा
साल 2018 में ओवैसी ने लातूर जिले के उदगीर तहसील में एक जनसभा के दौरान विवादस्पद बयान दिया था कि संविधान में कहीं भी यह नहीं लिखा है कि किसी को ‘भारत माता की जय’ बोलना है। मैं यह नारा नहीं लगाता। आप क्या करने जा रहे हैं भागवत साहब। अगर आप मेरे गले पर चाकू भी रखेंगे, तो भी मैं ये नारा नहीं लगाऊंगा। उन्होंने यह बात आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान के जवाब में कही थी कि जिसमें उन्होंने कहा था कि नई पीढ़ी को ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाना सिखाया जाना चाहिए।
तीन तलाक पर भी तीखा बयान
साल 2018 में बी तीन तलाक पर मोदी सरकार के कदमों से नाराज ओवैसी ने केंद्र पर खूब हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि इस मसले पर महिलाओं को न्याय दिलाने की बात कहना तो महज एक बहाना है। दरअसल, इनका असली निशाना शरीयत है। इसके साथ ही उन्होंने तीन तलाक से पीड़ित महिलाओं की गुजर-बसर के लिए हर महीने 15 हजार रुपये के बजटीय प्रावधान की मांग की थी।