आगरा (मानवी मीडिया) ताजमहल परिसर के अंदर मौजूद मस्जिद में नमाज अदा करने के आरोप में चार पर्यटकों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ताजमहल आम जनता के लिए केवल शुक्रवार को बंद रहता है, क्योंकि सिर्फ उसी दिन परिसर में मौजूद मस्जिद के अंदर नमाज पढ़ी जाती है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अनुसार, ताजमहल के अंदर मस्जिद में किसी अन्य दिन नमाज अदा करने की अनुमति नहीं है। यह पूरा मामला तब सामने आया है जब हिन्दू संगठन ने ताजमहल परिसर में शिवमंदिर का दावा करते हुए पूजा करने की अनुमति मांगी थी। संगठन प्रमुख का कहना है कि ऐसा ही चलता रहा तो वे तेजो महालय में भी पूजा करेंगे।
आगरा (शहर) के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विकास कुमार ने कहा कि बुधवार को गिरफ्तार किए गए चार लोगों में से तीन तेलंगाना के हैं जबकि एक उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले का रहने वाला है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा अधिकारियों ने छह लोगों को मस्जिद में नमाज अदा करते देखा था, लेकिन दो भाग गए थे। चारों के खिलाफ ताजगंज थाने में मामला दर्ज किया गया है। उन्हें गुरुवार को अदालत में पेश किया गया और बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया।
ताजमहल के अंदर मस्जिद में नमाज अदा करने वालों की गिरफ्तारियां दक्षिणपंथी हिंदू समूहों के दबाव की पृष्ठभूमि में हुई हैं, जिसमें मांग की गई थी कि उन्हें ताजमहल परिसर के अंदर एक शिव मंदिर (जिसे तेजो महालय कहा जाता है) में पूजा करने की अनुमति दी जाए।
तेजो महालय में भी करेंगे पूजा
राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के अध्यक्ष गोविंद पाराशर ने कहा कि ताजमहल में मस्जिद में नमाज अदा करके सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए। अगर इस तरह का उल्लंघन जारी रहता है तो हम तेजो महालय में भी पूजा करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवज्ञाः पाराशर
पाराशर ने कहा, "हमारे द्रष्टा जो भगवा पहनकर आए थे, उन्हें ताजमहल के द्वार पर रोक दिया गया और उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई लेकिन नमाज अदा करने वालों द्वारा इस तरह के उल्लंघन की अनुमति बार-बार दी जाती है।" ताजमहल मस्जिद इंतेज़ामिया कमेटी के एक अधिकारी ने कहा कि एएसआई उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश की एक प्रति प्रदान करने में विफल रहा है।
शुक्रवार के अलावा अन्य दिन नमाज नहीं
ताजमहल मस्जिद इंतेज़ामिया कमेटी के अध्यक्ष सैयद इब्राहिम जैदी ने कहा, "हम एएसआई से हमें सुप्रीम कोर्ट के आदेश की एक प्रति प्रदान करने के लिए कह रहे हैं जिसमें कहा गया है कि शुक्रवार के अलावा अन्य दिनों में ताजमहल परिसर में मस्जिद में नमाज अदा करना निषिद्ध है। हमें ऐसी कोई प्रति प्रदान नहीं की गई है, न ही ताजमहल की मस्जिद में या नोटिस बोर्ड पर इसका कोई उल्लेख है।"
एएसआई के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि स्मारक पर कोई नई प्रथा शुरू नहीं की जा सकती है। आगरा सर्कल के अधीक्षण पुरातत्वविद् राज कुमार पटेल ने कहा "ताजमहल जैसे स्मारक पर कोई नई प्रथा शुरू नहीं की जा सकती है और यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इस विचार का समर्थन किया है कि ताजमहल में केवल शुक्रवार की नमाज की अनुमति है।"
बता दें कि हाल ही में भगवा पहने एक साधु को ताजमहल में 'धर्म संसद' आयोजित करने से रोक दिया गया और उन्हें वापस अयोध्या भेज दिया गया।