दूसरा मामला, उक्त आरोपी; एक अधिवक्ता और अन्य अज्ञातों के विरुद्ध दर्ज हुआ जो वक्फ बोर्ड के मुतवल्ली के जाली हस्ताक्षर कर वर्ष 2015 की अवमानना याचिका संख्या 2644 (सी) दायर करने से संबंधित है जिसमें दावा किया गया था कि सरकार ने आरोपी व्यक्तियों के निर्माण गिरा कर अवमानना की है। जाँच के पश्चात, इस मामले में उक्त आरोपी सहित दो आरोपियों के विरूद्ध दिनांक 31.12.2020 को सीबीआई मामलों के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी, लखनऊ की अदालत में आरोप पत्र दायर किया गया।
दोनों याचिकाएं यथा वर्ष 2016 की समादेश याचिका संख्या 15233 और वर्ष 2015 की अवमानना याचिका संख्या 2644 (सी) माननीय इलाहाबाद उच्च न्यायालय, लखनऊ बेंच, के समक्ष लखनऊ स्थित 57 हेक्टेयर (लगभग) सरकारी भूमि हथियाने के लिए दायर की गई थी। जिसमें 45 करोड़ रु. (लगभग) की कथित धोखाधड़ी शामिल थी। यह भी आरोप है कि जमीन को अलग-अलग निजी व्यक्तियों को आरोपी व्यक्तियों द्वारा बेचा गया था।
गिरफ्तार आरोपी को लखनऊ की सक्षम अदालत के समक्ष पेश किया गया एवं न्यायिक हिरासत में भेजा गया।