कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि, महिला कल्याण व बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य विशिष्ट अतिथि, समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरूण, राज्यमंत्री महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार प्रतिभा शुक्ला तथा महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम द्वारा द्वीप प्रज्ज्वालित कर किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा कि समाज में लैंगिक असमानता को समाप्त करने का कार्य हम सभी को मिलकर करना है। इसके लिए हम सबको आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि महिलायें आज के समय में बहुत आगे बढ़ चुकी है, इसका उदाहरण यहां उपस्थित समस्त महिलायें है, जो कि विभिन्न क्षेत्रों में अपना-अपना कार्य कुशलतापूर्वक कर रही है। श्रीमती मौर्य ने कहा कि महिलाओं के प्रति कहीं भी उत्पीड़न अथवा अत्याचार होता है तो उसे रोकने का कार्य राज्य महिला आयोग करे। पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि राज्य महिला आयोग की सदस्य जिन जिलों में जायें वहां पर शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी जाकर महिला जनसुनवाई करें। महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करें। मौर्य ने कहा कि महिलायें तभी सशक्त बनेगी, जब वह अपने निर्णय स्वयं लेना शुरू कर देंगी। उन्होंने कहा कि संविधान में लैंगिक समानता का अधिकार प्रदान किया गया है। लैंगिक असमानता को दूर करने के लिए महिला- पुरूष ,बेटा-बेटी के भेदभाव को मिटाना होगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं का सशक्तीकरण सरकार की सर्वोच्चय प्राथमिकता है तथा महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति सरकार द्वारा समेकित प्रयास किये जा रहे है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि, समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरूण ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने मिशन शक्ति अभियान की बड़ी परिकल्पना तैयार की है। मिशन शक्ति कार्यक्रम में 28 विभाग सम्मिलित किये गये है, जो महिला सशक्तीकरण पर कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के परिणाम स्वरूप महिलाओं में अपने अधिकारों के प्रति काफी जागरूकता आयी है तथा महिलायें पहले से अधिक सशक्त बनी है। अरूण ने कहा कि लैंगिक समानता के लिए हमें अपनी सोच को बदलना होगा। बेटा-बेटी को समान समझे तथा बेटियों को भी बेटों के समान सम्मान व अवसर प्रदान करें। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डा0 भीमराव आम्बेडकर जी ने संविधान में ही महिला एवं पुरूष को समान अधिकार प्रदान किये हैं। महिलाओं के साथ-साथ किन्नरों को भी समान अधिकार व सम्मान प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा किन्नर बोर्ड की स्थापना की गई है।
प्रदेश की राज्य मंत्री महिला एवं बाल विकास पुष्टाहार प्रतिभा शुक्ला ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के हितों के लिए मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है। मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लैंगिग असमानता को दूर करने के लिए नारी सशक्तीकरण अत्यन्त आवश्यक है। इसके लिए नारी शक्ति को आगे आना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमारा समाज नारी-पुरुष दो पहियों पर खड़ा है, समाज को आगे बढ़ाने के लिए दोनों पहियों को समान रूप से मजबूत होना आवश्यक है। शुक्ला ने कहा कि लैंगिक असमानता पर आधारित सामाजिक कुरीतियों तो समाप्त करना होगा।
प्रमुख सचिव महिला कल्याण एवं बाल विकास अनिता मेश्राम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याणनार्थ विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित की जा रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, वन-स्टॉप सेंटर, 181-महिला हेल्पलाईन, बेटी-बचाओं, बेटी-पढाओं, महिला सामर्थ्य योजना, मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना, मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह आदि योजनाएं संचालित की जा रही है। इन योजनाओं के व्यापक स्तर पर क्रियान्वयन होने पर महिलाओं की स्थिति में सुधार आ रहा है। पिछले पांच वर्षों में बाल विवाह का प्रतिशत 21 से घटकर अब 15 प्रतिशत रह गया है।
कार्यक्रम में आये अतिथियों का स्वागत संबोधन उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम, उपाध्यक्ष सुषमा सिंह, अंजू चौधरी के द्वारा किया गया। आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग द्वारा महिलाओं को सशक्त व जागरूक करने के लिए किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मिशन शक्ति के अन्तर्गत मिशन शक्ति कार्यक्रम चलाया जा रहा है। आयोग की सदस्यों द्वारा प्रदेश के समस्त जनपदों में तहसील व ब्लाक स्तर पर महिला जनसुनवाई व महिला जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसमें सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलायी जा रही योजनाओं के लिए जानकारी प्रदान की जा रही है तथा महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। कार्यक्रम में यूनिसेफ की सामाजिक नीति विशेषज्ञ पीयूष एंटोनी ने लैंगिग असमानता पर एक लघु फिल्म दिखायी तथा लैंगिग असमानता विषय पर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम के अंत में प्रदेश की महिला एवं बाल विकास पुष्टाहार बेबी रानी मौर्या द्वारा राज्य महिला आयोग की सदस्यों को आयोग की तरफ से स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन राज्य महिला आयोग की सदस्य सचिव अर्चना गहरवार द्वारा किया गया।कार्यक्रम में महिला कल्याण एवं बाल विकास के निदेशक मनोज राय तथा आयोग की समस्त सदस्य तथा बड़ी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।