बागपत, (मानवी मीडिया/विपुल जैन)देश में पुलिस का गठन नागरिकों की सुरक्षा, अपराधों पर अंकुश लगाने और कानून का पालन कराने के लिए किया गया है। देश में भारतीय फौज और भारतीय पुलिस दो ऐसी व्यवस्थाएं है, जिनकी देशहित में डयूटी हर देशवासी को गौरवान्वित करती है। पुलिस के जनहितकारी कार्यों के प्रबल समर्थक माने जाने वाले उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित बागपत के वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता विपुल जैन बताते है कि देश की पुलिस ने कोरोना काल में करोड़ो देशवासियों को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है और वर्तमान में भी उसी गंभीरता के साथ अपनी डयूटी अदा कर रहे हैं। पुलिस का भयंकर गर्मी होने के बाबजूद कोरोना काल में 24 घंटे हाई एलर्ट पर डयूटी करते हुए अपराधों की रोकथाम करने के साथ-साथ लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण योगदान रहा। कोरोना काल में खाकी ने हर धर्म-सम्प्रदाय के लोगों की जात-पात, ऊॅंच-नीच, अमीर-गरीब का भेदभाव भुलाकर सहायता की। जरूरतमंदो के लिए खाना बनाना, उनको खाना खिलाना, देश के नागरिकों तक चिकित्सा सुविधाएं पहुॅंचाने की व्यवस्था करना जैसे सैकड़ों ऐसे कार्य किये जिनके लिए देश का हर नागरिक इनका हमेशा ऋणी रहेगा। बताया कि कोरोना से मरने वाले लोगो की अर्थी को कंधा देकर उनका अंतिम संस्कार कराने तक के दायित्व और कर्तव्यों को एक परिवार के सदस्य की तरह उस समय निभाया जब मरने वाले व्यक्ति के खुद के परिवार वालो ने मृत व्यक्ति से दूरी बना ली थी।
विपुल जैन ने भारत सरकार और राज्य सरकार से सेना की भॉंति ही पुलिस को भी अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस को स्वतंत्र अधिकार देने और ऐसे मामलों में पुलिस कार्यो को राजनैतिक दखल से बाहर रखने की अपील की। उन्होंने पुलिस विभाग से जुड़े सभी लोगों को आर्थिक रूप से और अधिक ताकतवर बनाने और सरकारी अध्यापकों की तर्ज पर ही इनको समस्त वार्षिक छुट्टी दिये जाने और डयूटी का समय 8 घंटे से अधिक ना होने की मॉंग की। कहा कि देश की खाकी को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त नींद, समय पर भोजन, पर्याप्त मनोरंजन बहुत आवश्यक है। कहा कि पुलिस देश की जनता के लिए जितना कुछ करती है उपरोक्त सब कुछ उनको देना यह हमारा कर्त्तव्य है। कहा कि लोगों में आज भी पुलिस एक ऐसा विश्वास है जिस पर लोग भरोसा करते है और कोई भी समस्या होने पर पुलिस की मद्द मांगते है।