लखनऊ (मानवी मीडिया)संवाद स्थापित करने से सौहार्द की भूमिका में उत्तर प्रदेश में एक लाख से भी अधिक मंदिर व मस्जिदों ने लाउडस्पीकर हटाये इसलिए पूर्व राज्यपाल राम नाईक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का विशेष रूप से अभिनंदन किया.
योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री पद की दूसरी पारी शुरू होने के बाद आज मुख्यमंत्री आवास पर राम नाईक को योगी जी ने आमंत्रित किया था. नयी पारी में शुरू किए विभिन्न कामों की तब योगी जी ने श्री नाईक को संक्षिप्त में जानकारी दी. तब एक लाख से भी अधिक लाउडस्पीकर बातचीत कर सौहार्द से मंदिर, मस्जिद से हटाए गए यह सुनकर श्री राम नाईक विशेष प्रसन्न हुए और उन्होंने इस बार पर मुख्यमंत्री को बधाई दी.
स्वर्गीय पत्रकार तथा अवधनामा के संपादक वक़ार रिज़वी पहली पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी किताब ‘मेरा नज़रिया, मेरी बात’ का विमोचन करने हेतु नाईक लखनऊ आये थे. उर्दू के वरिष्ठ पत्रकार वक़ार रिज़वी की कल्पना से ही राम नाईक की पुस्तक ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ के सभी संस्करणों पर आधारित उर्दू साहित्यकार, समिक्षकों के लेखों के संग्रह के साथ ‘कर्मयोद्धा राम नाईक’ पुस्तक की मूल संकल्पना वक़ार रिज़वी की ही थी. पुस्तक लगभग तैयार हुई और पिछले वर्ष 10 मई को वक़ार रिज़वी दुर्भाग्य से करोना के कारण गुजर गए. उसके बाद यह पुस्तक हालही में उन्हें समर्पित कर प्रकाशित हुई थी. पुरोगामि नजरिये के वक़ार रिज़वी अपनी कलम के माध्यम से देश की एकता और भाईचारा निरंतर बढे इसलिए हमेशा कार्यरत रहे. उर्दू को बढ़ावा देने के साथ – साथ संपूर्ण शिक्षा का भी वो आग्रह रखते थे. उनके इन विचारों को प्रकट करनेवाले चंद संपादकीयों का यह संग्रह कल श्री नाईक के हाथों विमोचित हुआ. साथ ही अवधनामा फ़ौंडेशन की तरफ से उनके हाथों दो विद्यार्थियों को विशेष शिष्यवृत्ति भी प्रदान की गयी.