नई दिल्ली (मानवी मीडिया): मां के साथ छोटे बच्चे बगल में बिना दि़क्कत के सो सकें, इसके लिए भारतीय रेलवे ने महिलाओं के लिए आरक्षित नीचे की बर्थ के साथ 'बेबी बर्थ' (बच्चे की बर्थ) की व्यवस्था की है। दरअसल ट्रेन में सफर के दौरान महिलाओं को होने वाली समस्या को देखते हुए सीट के साथ ही बेबी बर्थ बनाया है। महिला के लिए आरक्षित नीचे की बर्थ के साथ बच्चे की बर्थ की व्यवस्था की गई है। हालांकि फिलहाल परीक्षण के तौर पर कुछ ट्रेन में इसे लगाया गया है। जानकारी के अनुसार लखनऊ मेल में दो बर्थ की व्यवस्था की गई है। रेलवे इसके लिए कोई अतिरिक्त किराया नहीं लेगा।
रेलवे ने ट्वीट कर इसकी जानकारी साझा करते हुए कहा, इस सुविधा के बाद दुधमुंहे बच्चे के साथ सफर करने वाली महिलाओं को काफी राहत मिलेगी। रेलवे ने ट्वीट कर बेबी बर्थ का फोटो भी शेयर किया है। जिसमें कहा है कि लखनऊ मेल के एसी थ्री में दो बर्थ के साथ बेबी बर्थ बनाया गया है। मातृ दिवस पर यह व्यवस्था की गई है। जल्द ही अन्य ट्रेनों में भी बेबी बर्थ का विस्तार किया जा सकता है।
रेलवे की ओर से अकेली सफर करने वाली महिला को, गर्भवती व पांच साल के कम उम्र के बच्चे के साथ चलने वाली महिलाओं को नीचे की बर्थ उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाता है। ट्रेन के आरक्षित बर्थ की चौड़ाई कम होती है, जिसके कारण महिला को छोटे बच्चों के साथ सफर करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में रात में महिला यात्री सो नहीं पाती हैं। इसलिए महिला के लिए अब आरक्षित नीचे की बर्थ के साथ बच्चे के बर्थ की व्यवस्था की गई है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा गया है कि बच्चा बर्थ से नीचे ना गिरे। खास बात यह है कि रेलवे बच्चे की बर्थ के लिए कोई अतिरिक्त किराया नहीं लेगा। इसके लिए आरक्षण टिकट लेने के समय पांच साल से कम उम्र के बच्चों के नाम का फार्म भरना होगा और बेबी बर्थ मिल जाएगा।