महिला ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि पांच साल पहले उसकी शादी हुई थी। शादी के छह महीने बाद ही उसके ससुराल वालों ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। जब उसने इस बारे में अपने पति से बात की तो उसने भी उस पर ही आरोप लगा दिए। कुछ दिनों बाद उसका पति काम के सिलसिले में बाहर चला गया। इसके बाद महिला की सास गीता रानी उसे तांत्रिक के पास ले गई। सांस ने महिला से कहा कि तांत्रिक उसका पारिवारिक विवाद खत्म कर देगा, लेकिन इसके लिए उसे कुछ दिन तक तांत्रिक के पास रहना होगा। महिला ने सास के फैसले का विरोध किया लेकिन ससुराल वाले उसे जबरदस्ती वहां छोड़ गए। महिला ने आरोप लगाया कि तांत्रिक ने साथ 79 दिनों तक रेप किया। उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया था।
एक दिन महिला को तांत्रिक का मोबाइल हाथ लग गया। इसके बाद महिला ने अपने माता-पिता को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी। उसके माता-पिता ने तुरंत पुलिस को फोन किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला को तांत्रिक के कब्जे से मुक्त कराया। इस मामले में महिला ने अपने पति नीलामणि जेना, ससुर पूर्णचंद्र, सास गीता रानी और सूर्यमणि के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।