प्रदेश (मानवी मीडिया) बिजली आपूर्ति व्यवस्था पटरी पर रखने के लिए पावर कॉर्पोरेशन जरूरत पड़ने पर पावर एक्सचेंज से 12 रुपये यूनिट तक में बिजली खरीदेगा। अभी तक एक्सचेंज से अधिकतम सात रुपये यूनिट में ही बिजली खरीदने की व्यवस्था थी, जिससे अतिरिक्त बिजली के इंतजाम में कठिनाई आ रही थी। प्रदेश में जबर्दस्त बिजली संकट को देखते हुए पावर कॉर्पोरेशन प्रबंधन ने बिजली खरीद की अधिकतम सीमा बढ़ाने का फैसला किया है।
गर्मी के कारण बिजली की मांग में बेतहाशा वृद्धि होने से आपूर्ति व्यवस्था पटरी से उतरती जा रही है। चूंकि पूरे उत्तर भारत में बिजली की मांग में जबर्दस्त इजाफा हुआ है इसलिए पावर एक्सचेंज में भी बिजली की कीमत काफी बढ़ गई है। अभी तक पावर कॉर्पोरेशन अलग-अलग समय में उसी समय एक्सचेंज से बिजली खरीद रहा था जब कीमत सात रुपये यूनिट से कम रहती थी। बिजली की कमी के कारण तय रोस्टर के अनुसार आपूर्ति सुनिश्चित करने में दिक्कत आ रही है इसलिए 12 रुपये यूनिट तक में बिजली खरीदने का निर्णय किया गया है।
हालांकि शनिवार को मौसम के करवट लेने के बाद प्रदेश में बिजली की मांग में थोड़ी कमी हुई है। शनिवार शाम को मांग 18,500 मेगावाट के आसपास पहुंच गई। स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) के अधिकारियों का कहना है कि मौसम बदलने से सिस्टम पर दबाव थोड़ा कम हुआ है। सभी क्षेत्रों में शिड्यूल के अनुसार आपूर्ति की कोशिश की जा रही है।