प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि विद्यार्थियों के सतत मूल्यांकन के लिए प्रथम बार सत्र में पांच मासिक परीक्षाओं का आयोजन किया जायेगा, जिसमें तीन बार बहुविकल्पीय तथा दो बार वर्णनात्मक परीक्षाएं होंगी। वर्तमान सत्र से कक्षा-9 एवं 10 की लिखित परीक्षा नये प्रारूप के आधार पर प्रश्न पत्र के दो खण्ड होंगे। प्रथम खण्ड में पूर्णांक के 1/3 प्रश्न बहुविकल्पीय तथा द्वितीय खण्ड में 2/3 प्रश्न वर्णनात्मक होंगे। प्रथम खण्ड में पूर्णांक का 30 प्रतिशत अंक के बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे, जिनका उत्तर ओएमआर शीट पर देना होगा। द्वितीय खण्ड में पूर्णांक का 70 प्रतिशत अंकों के वर्णनात्मक प्रश्न होंगे, जिनका उत्तर उत्तर पुस्तिका पर दिया जायेगा।
माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि जनसामान्य को जानकारी प्रदान करने के लिए एकेडमिक कैलेण्डर को जिला विद्यालय निरीक्षक, संयुक्त शिक्षा निदेशक, माध्यमिक शिक्षा परिषद, उ.प्र. प्रयागराज एवं माध्यमिक शिक्षा निदेशालय तथा विद्यालयों की वेबसाइट पर भी अपलोड करने के निर्देश दिये गये हैं। विद्यार्थियों द्वारा प्रत्येक दिन किसी नैतिक/प्रासंगिक विषय जैसे जीवन में मूल्यों का महत्व एवं मूल्यपरक शिक्षा, विभिन्न मानव मूल्य यथा-चरित्र निर्माण, राष्ट्रभक्ति, समाजसेवा, कर्तव्यपरायणता, सत्यनिष्ठा आदि, महापुरूषों का जीवन चरित्र, पर्यावरण एवं जल संरक्षण, ऊर्जा संरक्षण, स्वास्थ्य-स्वच्छता तथा यातायात व सड़क सुरक्षा आदि पर विचार प्रस्तुत किये जायेंगे। प्रत्येक पक्ष में एक दिन विद्यार्थियों को कैरियर के प्रति जागरूक करने के लिये स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी, डाक्टर, इंजीनियर, बैंक के अधिकारी, सेवायोजन अधिकारी, न्यायिक सेवा से जुड़े अधिकारी, उद्यमियों एवं अन्य प्रतिष्ठित महानुभावों को सम्बोधन हेतु आमंत्रित किया जायगा।
मंत्री गुलाब देवी ने बताया कि इस सत्र में ‘हैण्ड्स आँन एक्टीविटीज’ एवं एक्सपीरिएन्शयल लर्निंग विधा को गणित एवं विज्ञान विषय में लागू किये जाने हेतु सप्ताह में दो वादन निर्धारित किया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। विद्यार्थियों द्वारा लाइब्रेरी के समुचित उपयोग हेतु प्रत्येक सप्ताह में एक वादन निर्धारित किया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। पाठ्य पुस्तकें दीक्षा पोर्टल पर ई-बुक्स के रूप में, माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर लिंक के रूप में उपलब्ध रहेंगी, जहां से पुस्तकों को विद्यार्थियों द्वारा डाउनलोड की जा सकेंगी, इसके अतिरिक्त अन्य शिक्षण सामग्री दीक्षा पोर्टल एवं यूट्यूब पर लिंक के माध्यम से वेबसाइट पर उपलब्ध रहेंगी। साथ ही शिक्षक शिक्षण के साथ ही विभिन्न प्रयोगात्मक कार्य एवं प्रोजेक्ट कार्य को सम्पन्न करायेंगे तथा दीक्षा पोर्टल/यूट्यूब/वाट्सएप एवं अन्य पोर्टलों पर अध्ययन सामग्रियों के लिंक के माध्यम से पाठ्यवस्तु छात्रों हेतु उपलब्ध करायेंगे।
उन्होंने बताया कि आई0सी0टी0 एवं डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला विद्यालय निरीक्षक विभिन्न विषयों पर वेबिनार्स एवं गूगलमीट अथवा व्हाट्सएप के माध्यम से प्रधानाचार्यों को प्रशिक्षित करेंगे। प्रशिक्षित प्रधानाचार्य अपनी संस्था के शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। छात्र-छात्राओं की विविध रूचियों व अन्तर्निहित क्षमताओं को प्रोत्साहन प्रदान करने के उद्देश्य से विद्यालय बन्द होने के बाद यथा संभव समर कैम्प/समर क्लासेज चलायी जाएंगी। माह में एक दिन छात्र-छात्राओं से समाजोपयोगी उत्पादक कार्य कराया जायेगा। आजादी के अमृत महोत्सव, विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस, उत्त्तर प्रदेश दिवस, बाल दिवस, विश्व महिला दिवस तथा विश्व योग दिवस के उपलक्ष्य में विद्यालयों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। साथ ही समस्त विद्यालय अपनी वेबसाइट तथा पंजीकृत विद्यार्थियों की ई-मेल आईडी मई माह तक बनवाना सुनिश्चित करेंगे।
मंत्री ने कहा कि मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत प्रत्येक विद्यालय में ’’शक्ति मंच’’ का गठन किया जायेगा तथा उसकी नियमित रूप से बैठक की जायेगी। छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य परीक्षण व स्वास्थ्य की स्थिति से अभिभावकों को भी अवगत कराया जायेगा। व्यावहारिक ज्ञानार्जन में भ्रमण के महत्व को दृष्टिगत रखते हुए छात्र-छात्राओं के लिए शैक्षिक भ्रमण का आयोजन किया जायेगा। संचारी रोग अभियान के अन्तर्गत विद्यालयों में चिकित्सकों को आमंत्रित कर संचारी रोगों से बचाव हेतु जागरूकता कार्यक्रम किये जायेंगे। लैंगिक समानता को प्रोत्साहित करने तथा इस सम्बन्ध में जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से विद्यालयों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। इसी प्रकार यूनिवर्सिटी रेडी कार्यक्रम के अन्तर्गत अध्ययन हेतु छात्रों को भविष्य की सम्भावनाओं से परिचत कराने और प्रवेश परीक्षा की तैयारियों के लिए विशेष सत्रों का आयोजन किया जायेगा। एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम से संबंधित विभिन्न गतिविधियों का निर्धारित समय सारिणी के अनुसार आयोजित की जायेगी।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार पाठयक्रम के अनुसार बहुविकल्पीय प्रश्नों के आधार पर मासिक परीक्षा जुलाई, नवम्बर, 2022 के अन्तिम सप्ताह व फरवरी, 2023 के प्रथम सप्ताह में आयोजित की जायेगी। वर्णनात्मक मासिक परीक्षा अगस्त एवं नवम्बर माह के अन्तिम सप्ताह में आयोजित की जायेगी। अर्धवार्षिक परीक्षा की प्रयोगात्मक परीक्षा सितम्बर के अन्तिम सप्ताह में तथा अर्धवार्षिक लिखित परीक्षा अक्टूबर माह के द्वितीय एवं तृतीय सप्ताह में आयोजित की जायेगी। अर्धवार्षिक परीक्षा के अंक नवम्बर माह के प्रथम सप्ताह तक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जायेगा। सभी कक्षाओं में शैक्षणिक सत्र 2022-23 का पाठ्यक्रम 20 जनवरी, 2023 तक पूर्ण कर लिया जायेगा। कक्षा-10 एवं 12 की प्री-बोर्ड प्रयोगात्मक परीक्षाएं जनवरी, 2023 के तृतीय सप्ताह में आयोजित की जाएंगी। इसी प्रकार कक्षा-10 एवं 12 की प्री-बोर्ड की लिखित परीक्षाएं 01 से 15 फरवरी, 2023 तक आयोजित की जाएंगी।
इसी तरह कक्षा-9 एवं 11 की वार्षिक परीक्षाओं तथा कक्षा-10 एवं 12 की प्री-बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन तथा उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन एवं कक्षा-9 एवं 11 की वार्षिक परीक्षाओं के अंक वेबसाइट पर अपलोड करने का कार्य 16 से 28 फरवरी, 2023 तक किया जायेगा। उन्होंने बताया कि बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 16 से 28 फरवरी, 2023 तक तथा बोर्ड परीक्षा मार्च, 2023 में आयोजित की जाएंगी।