रायबरेली (मानवी मीडिया) : उत्तर प्रदेश में रायबरेली के डलमऊ इलाके में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) का फर्जी अफसर बनकर रंगदारी मांगने और पुलिसकर्मियों को झूठा रोब गालिब करने वाले एक व्यक्ति को अवैध शस्त्र व कारतूस के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
रायबरेली के पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने रविवार को बताया कि खुद को प्रशिक्षणरत आईपीएस आयुष श्रीवास्तव बताकर थाना सलोन निवासी भूपेन्द्र सिंह पुत्र शीतलाबक्श सिंह से रंगदारी वसूलने की शिकायत मिली थी। इसके मुताबिक गत 03 अप्रैल को भूपेन्द्र से खुद को प्रशिक्षणरत आईपीएस आयुष श्रीवास्तव बताकर फोन पर डरा धमका कर एक लाख रुपये रंगदारी की मांग की गयी थी। उसने पीडि़त को फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर गूगल पे एप के जरिये पीडि़त से 12000 रुपया वसूल भी लिया।
कुमार ने बताया कि उसी व्यक्ति के नाम से पीडि़त से जब दोबारा 15 हजार रुपये वसूलने पर पीडि़त ने आयुष श्रीवास्तव क नाम से अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही शुरु की गयी। इसी क्रम में थानाध्यक्ष डलमऊ के फोन पर भी आयुष नामक व्यक्ति ने फोन कर वसूली करने की कोशिश की। इसके बाद उसका नंबर सर्विलांस सेल द्वारा डिटेल जानकारी लेने पर पता चला कि उपरोक्त मोबाइल नंबर किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत पाया गया। पुलिस ने उक्त व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरु की।
उन्होंने बताया कि फोन नंबर की सर्विलांस के आधार पर पुलिस ने रविवार को फर्जी आईपीएस बनकर पुलिसकर्मियों सहित स्थानीय लोगों को धमकाकर ठगने और रंगदारी वसूलने के आरोप में आकाश श्रीवास्तव पुत्र जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव निवासी हाजीपुर थाना अदलहाट, जिला मिर्जापुर को 01 तमन्चा एवं 01 जिन्दा कारतूस 315 बोर, 02 मोबाइल फोन, 02 सिमकार्ड व 01 आधार कार्ड के साथ डलमऊ इलाके के गंगाघाट से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज रही है।